नई दिल्ली. गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों का चुनाव नतीजा कांग्रेस की ओर से दो विधायकों का वोट रद्द करने की मांग के बाद लटक गया है. वोटों की गिनती रुकी है जिसको लेकर तीसरी बार मिलने गए कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं से मिलने से चुनाव आयोग ने मना कर दिया है.
कांग्रेस की मांग के बाद से ही वोटों की गिनती रुकी हुई है. बीजेपी और कांग्रेस की ओर से लगातार चुनाव आयोग आना-जाना लगा हुआ है. दोनों की ओर से उनके बड़े नेता चुनाव आयोग से मिलने बारी-बारी से दो बार गये.
कांग्रेस ने अपने दो विधायक भोला भाई गोहिल और राघव भाई पटेल का वोट कैंसिल करने की मांग इस आधार पर की है कि दोनों ने अनाधिकृत रूप से राज्यसभा चुनाव के कैंडिडेट व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत को दिखाकर वोट डाले.
समाचार लिखे जाने तक बीजेपी और कांग्रेस नेताओं की टीम तीसरी बार चुनाव आयोग पहुंची है लेकिन आयोग ने इन लोगों से मिलने से मना कर दिया है.
बीजेपी कांग्रेस पर बिना मतलब का बखेड़ा करने का आरोप लगाते हुए मतगणना शुरू करने की मांग कर रही है जबकि कांग्रेस दोनों वोट कैंसिल करने के बाद वोटों की गिनती करने कह रही है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सूरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले और चुनाव आचार संहिता के सेक्शन 39 के मुताबिक ये वोट कैंसिल होना चाहिए. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और आनंद शर्मा ने कहा कि चुनाव आयोग ने हरियाणा में इसी तरह दिखाकर वोट करने के बाद उनकी पार्टी के एक विधायक का वोट कैंसिल कर दिया था.
इधर खबर ये भी है कि अरुण जेटली के घर बीजेपी के बड़े वकीलों की मीटिंग चल रही है. साथ ही इस मसले पर बीजेपी अपने वकीलों से राय-विचार ले रही है.
कांग्रेस कैंप में भी वकीलों के साथ सलाह चल रहा है. माहौल ऐसा बन चुका है कि नतीजा जो भी आए, जिसके मन का नहीं होगा, वो मामले को कोर्ट ले जाएगा.
कांग्रेस को गुजरात से अपने नेता अहमद पटेल को जिताने के लिए 45 वोट चाहिए जो राज्यसभा में पांचवें टर्म के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.
राज्य से तीन लोग राज्यसभा पहुंचेंगे जिसमें अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत तय है. तीसरी सीट के लिए अहमद पटेल और बीजेपी कैंडिडेट बलवंत सिंह राजपूत के बीच मुकाबला है.