नई दिल्ली: आज मुद्दा ये है कि क्या सचमुच चीन क्या युद्ध करके ही मानेगा. क्योंकि 28 दिनों में 7 वीं बार ड्रैगन ने युद्ध की सीधी धमकी दी है और इस धमकी के साथ इस बार चीन की मीडिया ने युद्ध की डेडलाइन भी दी है. सवाल ये है कि क्या डोकलाम को लेकर अब बातचीत का हर दरवाजा बंद हो गया है.
इसके अलावा चीन ने जो 7 धमकियां दी हैं उसकी भी गहराई में जाएंगे कि उसमें क्या-क्या है और क्यों है ? इन सबके अलावा मैं आपको एक और नई बात बताने वाला हूं जो चीन को लेकर दुनिया के दूसरे देशों के डिफेंस एक्सपर्ट कह रहे हैं कि डोकलाम में चीन ने गलती से युद्ध या उसकी तरह का कोई स्टेप उठाया तो तीन और मोर्चों पर उसे युद्ध झेलना होगा.
ये सारी बातें बारी-बारी से लेकिन पहले देखिए चीन की 7वीं धमकी क्या है ? इसके अलावा तिब्बत में चीन की आर्मी का जमावड़ा हो रहा है और ऐसे भी संकेत सामने आ रहे हैं कि चीन की आर्मी PLA डोकलाम बॉर्डर की तरफ युद्ध के लिए कदम बढ़ा रही है.
बॉर्डर पर चीन की सेना के सिग्नल कोर से एक्सपर्ट बुलाए गए हैं. 11 हजार चीनी सैनिकों की टुकड़ी युद्धाभ्यास में जुटी है. 11 घंटे की लाइव फायरिंग ड्रिल हुई है और इन सारी बतों के अलावा पहली बार चीन की मीडिया के एक सेक्शन में डोकलाम को लेकर युद्ध की डेडलाइन बताई जा रही है.
डोकलाम मुद्दे पर 28 दिन में 7 वीं बार गीदड़धमकी देने वाला चीन युद्ध के उन्माद में इस तरह खोया है कि इस बार वो युद्ध की डेडलाइन तक देता दिख रहा है. चीन की मीडिया के एक सेक्शन में PLA के कुछ पूर्व सैन्य अधिकारी ये कह रहे हैं कि अगले सप्ताह या दो हफ्ते में चीन डोकलाम में सैन्य झड़प के लिए आगे आ सकता है.
अब जरा ये देखिए कि चीन कैसे युद्ध की तरफ कदम बढ़ाता जा रहा है. डोकलाम ट्राइजंक्श के पीछे अपने इलाके में चीन ने अपनी माउंटेन स्ट्राइक कोर की दो टुकड़ियां पहले से तैनात कर रखी हैं. ये तैनाती करीब एक महीने पहले की है। इसके अलावा पहाड़ों में युद्धाभ्यास के लिए चीन ने तिब्बत की 5100 मीटर ऊंची क्युनलुन चोटी पर सैन्यअभ्यास किया.
खिसियाए चीन की तरफ से सामने आए इसी वीडियो के बाद से पहले चीनी सेना के कर्नल ने पहाड़ को हिलाने वाला हास्यास्पद बयान दिया था. बाद में चीन की आर्मी के पोशाक में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भड़काने वाला बयान दिया. अभी तक भारत ने इस मामले में अपनी तरफ से न तो कोई भड़काउ बयान दिया है.