मुंबई. हाल में ही मुंबई में एक झकझोरने वाली घटना सामने आई है. एक साल से अपनी मां की कोई खैर-खबर न लेने वाला बेटा, जब अचानक घर पहुंचा तो, उसके आंखों के सामने ऐसा नजारा था, जिसके बारे में उसने कभी सोचा भी नहीं होगा. घर में घुसने के बाद उसके सामने उसकी मां नहीं बल्कि उनका कंकाल पड़ा हुआ था.
मुंबई के पॉश इलाके में रहने वाली आशा सहनी अपने पति की मौत के बाद 10वीं मंजिल के अपार्टमेंट में अकेले रहती थीं. आशा सहानी का 43 वर्षीय बेटा रितुराज अमेरिका में आईटी कम्पनी में जॉब करता है. अमेरिका में व्यस्त रितुराज के पास अपनी बूढ़ी मां के लिए इतना समय नहीं था कि वो कोई खोज-खबर ले सके. बेटा भी ऐसा जो यह जानते हुए भी कि उसकी मां मुंबई में घर पर अकेली हैं फिर उसने पिछले एक साल से कोई खबर नहीं ली.
जब 6 जुलाई को रितुराज अमेरिका से लौटकर मुंबई अपने घर पहुंचा, तब तक मां खुद को दुनिया से अलविदा कह चुकी थी. घर की डोरबेल बजाई लेकिन भला दरवाजा कहां खुलने वाला था. किसी तरह से दरवाजा खोलने के बाद जो नजारा था वो वास्तव में दिल दहला देना वाला था. घर में मां की जगह उनका कंकाल था.
घटना का जायजा लेने पंहुची पुलिस साफ कर चुकी है कि ये कोई हत्या का मामला नहीं है. क्योंकि कमरा अंदर से लॉक था. पुलिस इसे एक्सीडेंटल मौत मान रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. ओशिवारा थाने के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुभाष खनविल्कर मीडिया को बताया कि पति की मौत के बाद आशा ने बेटे को बताया कि वह घर में अकेलापन महसूस करती हैं और बेटे से ओल्ड एज होम भेजने की भी बात कही थी. पुलिस की जानकारी के अनुसार महिला के नाम पर बेलस्कॉट टावर में करीब छह करोड़ रुपये के दो फ्लैट हैं.