नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के एक डिप्टी रजिस्ट्रार ने 1993 के मुंबई बम विस्फोट कांड में दोषी याकूब मेनन की फांसी की आलोचना करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रो अनूप सुरेन्द्रनाथ ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए फेसबुक पर लिखा कि चंद घंटों के भीतर दो फैसले ‘न्यायिक त्याग’ के […]
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के एक डिप्टी रजिस्ट्रार ने 1993 के मुंबई बम विस्फोट कांड में दोषी याकूब मेनन की फांसी की आलोचना करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रो अनूप सुरेन्द्रनाथ ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए फेसबुक पर लिखा कि चंद घंटों के भीतर दो फैसले ‘न्यायिक त्याग’ के उदाहरण हैं जो सुप्रीम कोर्ट के अंधकारमय घंटों के रूप में गिने जाने चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट के पीआरओ ने इंडिया न्यूज को बताया कि अनूप ने इस्तीफा अपना शोध कार्य पूरा करने के कारण दिया है जो कि एक व्यक्तिगत कारण हैं. राकेश ने कहा कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है.
हालांकि बाद में अनूप ने फेसबुक पर लिखा कि उन्होंने इस्तीफा इसलिए दिया है ताकि वह यूनीवर्सिटी में मृत्यु दंड के कार्य पर पूरा ध्यान केन्द्रित कर सकें. उन्होंने कहा कि वह काफी समय से इस बारे में सोच रहे थे लेकिन हाल ही में जो कुछ हुआ उसका इसमें काफी योगदान रहा. प्रो. अनूप दिल्ली में नेशनल लॉ यूनीवर्सिटी में मृत्यु दंड शोध परियोजना के निदेशक हैं.
प्रो अनूप सुरेन्द्रनाथ की फेसबुक पोस्ट-
I have been contemplating this for a while now for a variety of reasons, but what was played out this week at the…
Posted by Anup Surendranath on Friday, July 31, 2015