नई दिल्ली : कश्मीर में आतंकवादियों और पत्थर फेंकने वालों की हवाला के जरिए पाकिस्तानी फंडिंग की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी यानी एनआईए पूछताछ के सम्मन को नजरअंदाज कर रहे अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के दोनों बेटों से पूछताछ के लिए वारंट मांगने कोर्ट जा सकती है. सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने गिलानी के बड़े बेटे नईम गिलानी को 27 जुलाई के सम्मन के बाद भी पेश नहीं होने पर दोबारा सम्मन भेजा है. नईम पहला सम्मन मिलने के बाद छाती में दर्द की शिकायत के बाद से अस्पताल में भर्ती हैं. हुर्रियत नेताओं का कहना है कि 2009 में नईम को दिल का दौरा पड़ा था और ज्यादा मानसिक दबाव देने से उनकी हालत बिगड़ सकती है.
एनआईए ने अब गिलानी के छोटे बेटे नसीम गिलानी को भी पूछताछ के लिए हाजिर होने का नोटिस भेजा था और नसीम को 2 अगस्त यानी आज एनआईए के दिल्ली मुख्यालय में पेश होना था लेकिन अब तक वो नहीं आए हैं. एनआईए सूत्रों का कहना है कि एजेंसी एक बार और सम्मन भेजेगी और फिर भी अगर गिलानी के बेटे पूछताछ के लिए नहीं आते हैं तो मजबूरी में वो कोर्ट जाकर वारंट मांग सकती है क्योंकि ये दोनों सम्मन को जान-बूझकर नहीं मान रहे हैं.
एनआईए ने 30 मई को कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन करने वालों की हवाला के जरिए पाकिस्तानी फंडिंग की जांच के लिए केस दर्ज किया था जिसके सिलसिले में कई अलगाववादी नेताओं और पत्थर फेंकने वालों से पूछताछ हो चुकी है. एनआईए ने करीब 30 लोगों को पूछताछ के लिए सम्मन भेजा था जिसमें कई पेश हुए हैं. एनआईए ने इस सिलसिले में कई ठिकानों पर छापेमारी की है और गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह, उनके वकील देविंदर सिंह बहल समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. बहल को जम्मू बार एसोसिएशन ने सदस्यता से बर्खास्त कर दिया है.गिलानी के दामाद अल्ताफ के घर एनआईए के छापे में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का दिल्ली के तिहाड़ जेल से श्रीनगर जेल ट्रांसफर कराने के लिए गिलानी से मदद की दरख्वास्त की चिट्ठी समेत घाटी में प्रदर्शन का कैलेंडर भी मिला है.