लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सहायक शिक्षकों (शिक्षा मित्र) ने अपना धरना प्रदर्शन के 7वें दिन सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद 15 दिन के लिए टाल दिया. मंगलवार को शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधिमंडल की सीएम से मुलाकात हुई. बैठक में योगी आदित्यनाथ मे शिक्षा मित्रों से सहानुभूति जताते हुए उनकी पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है और इस काम के लिए 2 हफ्ते का समय मांगा. जिसके बाद शिक्षा मित्रों ने धरना प्रदर्शन 15 दिनों के लिए टालकर स्कूलों में लौटने का फैसला किया.
आदर्श समायोजित शिक्षक/शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही और प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष इनाम आला गाजी की मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ डेढ़ घंटे तक बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि शिक्षा मित्रों के साथ न्याय होगा और 15 दिन के अंदर उनकी समस्या का समाधान करा दिया जाएगा. इस आश्वासन के बाद शिक्षा मित्रों ने अपना आंदोलन 15 दिन के लिए स्थगित कर दिया.
मंगलवार को शिक्षामित्र प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से राज्य सरकार से सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की मांग रखी. साथ ही शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर सदन में नया आधिनियम पारित करने, जब तक शिक्षा मित्र टीईटी न पास करे तब तक वेतन की धनराशि मानदेय के रूप में दिए जाने, प्रदर्शन के दौरान मरे या आत्यहत्या करने वाले शिक्षा मित्रों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की मांग भी रखी.
इससे पहले सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरपी सिंह से मुलाकात के दौरान शिक्षामित्रों ने 10 हजार रुपये मानदेय के शासन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था.
बता दें कि 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के 1.73 लाख शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द करके उन्हें बड़ा झटका दिया था. जिसके बाद प्रदेश के शिक्षा मित्र आंदोलन कर रहे थे. जिसके कारण प्रदेश में सैंकड़ों स्कूलों पर ताले लटक गए थे.