जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के बड़े मोहरे अबु दुजाना को मार गिराया है. बुरहान वानी, सबज़ार भट, बशीर लश्करी के बाद अबु दुजाना के मारे जाने पर भी घाटी में बवाल मचाने की कोशिश की गई.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के बड़े मोहरे अबु दुजाना को मार गिराया है. बुरहान वानी, सबज़ार भट, बशीर लश्करी के बाद अबु दुजाना के मारे जाने पर भी घाटी में बवाल मचाने की कोशिश की गई.
जबकि वो पिछले एक साल से कश्मीर की बहन-बेटियों की इज्जत के लिए भी खतरा बना हुआ था. अबु दुजाना को खत्म करने के बाद अब भारतीय सेना और सुरक्षा बल कश्मीर से बचे-खुचे आतंकियों को अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी में हैं. क्या कश्मीर से आतंकियों को ऑल आउट करने का वक्त करीब आ गया है.
आतंक फैलाकर अय्याशी करने वाले दुजाना की मौत पर कोहराम कौन और क्यों मचा रहा है, आज इन्हीं सवालों पर होगी महाबहस. जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ सेना और पुलिस के अभियान को आज बड़ी कामयाबी मिली. कश्मीर घाटी में लश्कर-ए-तैयबा का सरगना अबु दुजाना अपने एक साथी समेत एनकाउंटर में मारा गया.
बता दें कि अबु दुजाना के सिर पर 15 लाख का इनाम था, जो दिसंबर 2014 से कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने में जुटा था. अबु दुजाना पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान का रहने वाला था. वो पिछले साल पंपोर में आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें सीआरपीएफ के 8 जवान शहीद हुए थे.
अबु दुजाना कई बार सुरक्षा बलों की घेरेबंदी से बच निकला था. आज सेना की विक्टर फोर्स, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में उसे पुलवामा के हकरीपुरा गांव में घेर लिया गया. दुजाना के साथ उसका साथी आरिफ लिलहारी भी था.
सुरक्षा बलों ने दुजाना और आरिफ दोनों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया.अबु दुजाना ने सुरक्षा बलों से बचने के लिए इस बार भी स्थानीय पत्थरबाजों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की कोशिश की है. मुठभेड़ के दौरान पुलिस और सेना के जवानों को कुछ स्थानीय नौजवानों के विरोध का सामना भी करना पड़ा.
बुरहान वानी की मौत के बाद पत्थरबाज़ों को ढाल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश दूसरे आतंकियों ने भी की थी. तब अलगाववादियों ने इसे कश्मीरी नौजवानों का आक्रोश बताना शुरू किया था. पुलिस का कहना है कि अबु दुजाना पिछले एक साल से घाटी में जमकर अय्याशी कर रहा था.
वो कश्मीर की लड़कियों की इज्जत के लिए भी खतरा बन चुका था. फिलहाल अबु दुजाना की असलियत जानते हुए भी कश्मीर में कुछ लोग उसकी मौत पर कोहराम मचाने की साज़िश में जुटे हैं. एहतियात के तौर पर कश्मीर घाटी में सभी स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. सेना, पुलिस और सरकार ने साफ कर दिया है कि कश्मीर से आतंकियों के खात्मे के लिए ऑपरेशन ऑल आउट जारी रहेगा.