मुंबई : बहुचर्चित सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस में फंसे गुजरात के पूर्व डीआईजी डीजी वंजारा को बरी कर दिया गया है. सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने इस मामले में वंजारा और आईपीएस दिनेश एमएन को सभी आरोपों से आज बरी कर दिया है.
दोनों ही अधिकारियों पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगा था. साल 2005 में सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केस हुआ था. इस केस में पहले ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत बाकी नेताओं को बरी किया जा चुका है.
वंजारा को इस केस के चलते करीब 8 साल जेल में बिताने पड़े थे. उन्हें साल 2014 में जमानत मिल गई थी. कहा जा रहा है कि सबूतों के अभाव में वंजारा को बरी किया गया है.
साल 2005 में हुए सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में वंजारा को 24 अप्रैल 2007 में गिरफ्तार किया गया था. वंजारा को गुजरात में प्रवेश करने से भी रोक दिया गया था, लेकिन पिछले साल अप्रैल में सीबीआई की विशेष अदालत ने जमानत की शर्तों में ढील करते हुए वंजारा को गुजरात में प्रवेश करने की अनुमति दे दी थी.
डीजी वंजारा के ऊपर और भी कई फर्जी एनकाउंटर करने के आरोप लगे हैं. इनमें सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के साथ-साथ उसकी पत्नी कौसर बी, इशरत जहां, सादिक जमाल, तुलसीराम प्रजापति का एनकाउंटर करने का भी आरोप है. फिलहाल सोहराबुद्दीन केस में वंजारा को बरी कर दिया गया है.