वड़ोदरा: बिहार के बाद अब गुजरात के राजानीतिक हालात बिगड़ रहे हैं. राज्यसभा चुनावों से पहले एक के बाद एक कई कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे के बाद से पार्टी आलाकमान परेशान है. इस बीच व्यारा के विधायक पूना गामित ने बीजेपी पर पुलिस प्रशासन के जरिए धमकाकर उन्हें अपने साथ मिलाने की कोशिश कर रहे हैं.
विधायक पूना गामित के मुताबिक तापी के जिला एसपी नरेंद्र आमीन ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए मजबूर किया. उन्होंने कहा कि तापी के एसपी ने उन्हें धमकी देते हुए कहा है कि अगर वो बीजेपी में शामिल नहीं हुए तो उनके खिलाफ आपराधिक मुकद्दमा दर्ज की जाएगी.
वहीं दूसरी तरफ तापी के एसपी ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वो पूना गामित को जानते तक नहीं हैं. उन्होंने पूरा गामित को मांफी मांगने के लिए एक हफ्ते का समय दिया और ऐसा ना करने पर उनके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है.
दूसरी तरफ सोमवार को कांग्रेस ने भी विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला संसद में उठाया. शून्यकाल में मामले पर चर्चा की मांग करते हुए विपक्ष के नेता मल्लाकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी गुजरात में पुलिस प्रशासन के दम पर हमारे विधायकों को धमका रही है और उन्हें घर से उठा कर ले जा रही है. उन्होंने ये भी कहा कि विधायकों को बीजेपी का समर्थन करने के लिए 15 करोड़ रूपये ऑफर किए जा रहे हैं.