पटना: नीतीश कुमार ने छठी बार गुरुवार सुबह 10 बजे बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. पटना में राजभवन में राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने उन्हें शपथ दिलाई. महागठबंधन से नाता तोड़कर कल शाम करीब पौने सात बजे नीतीश ने इस्तीफा दिया था और रात में बीजेपी से गठबंधन कर नीतीश ने आज सुबह 10 बजे फिर सीएम की शपथ ले ली.
नीतीश के साथ-साथ, बीजेपी से सुशील कुमार मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. महागठबंधन से पहले जब नीतीश, बीजेपी के साथ थे तब भी सुशील डिप्टी सीएम थे. शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लोगों के हित के लिए बीजेपी से गठबंधन किया.
नीतीश ने कहा कि बिहार के विकास के लिए बिहार के लोगों के हित के लिए, न्याय के साथ विकास के लिए और उनकी तरक्की के लिए हमने मिलकर ये निर्णय लिया है. वहीं राहुल गांधी ने धोखेबाज बताया तो नीतीश कुमार ने कहा वक्त आने पर बढ़िया से जवाब देंगे.
बिहार विधानसभा में जेडीयू के 71 विधायक हैं. वहीं बीजेपी और सहयोगी दलों के 61 विधायक हैं यानी 132 का आंकड़ा नीतीश के साथ है जो बहुमत के 122 से 10 ज्यादा है. जब नरेंद्र मोदी को पीएम प्रत्याशी बनाया गया था तब नीतीश ने 2013 में बीजेपी से नाता तोड़ लिया था.
अब 4 साल बाद उसी बीजेपी के साथ नीतीश ने सरकार बनाई है. बिहार के साथ ही अब 15 राज्यों में बीजेपी की अकेले या फिर सहयोगियों के साथ सरकार हो गई है. करीब 67 फीसदी आबादी पर बीजेपी-NDA का राज हो गया है.
नीतीश के शपथ के बाद क्या कहा लालू ने ?
बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा और उन्हें भस्मासुर तक कह डाला. लालू ने कहा कि नीतीश ने सांप्रदायिक ताकतों से समझौता नहीं करने की बात कही थी. सांप्रदायिकता का उनका विरोध ढोंग था और वो देश तोड़ने वालों के साथ चले गए.
लालू ने नीतीश को याद दिलाया कि वो कहा करते थे कि मिट्टी में मिल जाऊंगा पर बीजेपी के साथ नहीं मिलूंगा लेकिन उन्होंने अवसरवादिता दिखा दी. लालू ने कहा कि जिधर सत्ता दिखती है, नीतीश उधर चले जाते हैं. जिसने नीतीश के DNA में दोष बताया, आज नीतीश उसी के साथ खड़े हैं. लालू ने कहा कि तेजस्वी यादव ने 20 महीने में कौन-सा घपला किया, ये नीतीश बताएं, तेजस्वी तो बहाना था इन्हें बीजेपी की गोद में जाना था.