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नीतीश कुमार की ‘घर वापसी’ में क्या सब कुछ पहले से तय था !

पटना : बिहार में सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है. अब नीतीश कुमार के इस्तीफे से लेकर सरकार बनाने के लिए राज्यपाल से मिलने के बीच के घटनाक्रम को देखें तो ऐसा लगता है कि इस सियासी घटनाक्रम की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी. उसे बस […]

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  • July 27, 2017 3:28 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
पटना : बिहार में सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है. अब नीतीश कुमार के इस्तीफे से लेकर सरकार बनाने के लिए राज्यपाल से मिलने के बीच के घटनाक्रम को देखें तो ऐसा लगता है कि इस सियासी घटनाक्रम की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी. उसे बस सही समय पर अंजाम दिया गया है.
 
राज्यपाल का 2 घंटे के लिए पटना आना
सूत्रों के अनुसार बिहार के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी कोलकाता में मौजूद थे. वो केवल दो घंटों के लिए ही पटना आएं. राजनीतिक विश्लेष्कों के अनुसार कोलकाता से त्रिपाठी की पटना आना इस ओर इशारा करता है कि उनका यहां आना प्रीप्लांड था. बता दें कि केसरी नाथ त्रिपाठी बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी हैं और बिहार का उनपर अतिरिक्त प्रभार है. केसरी नाथ त्रिपाठी 24 जुलाई 2014 से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल है, जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बिहार के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें 22 जून 2017 को बिहार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
 
 
राज्यपाल से मिलकर नीतीश का इस्तीफा
कोलकाता से केसरीनाथ त्रिपाठी पटना पहुंचते है, जिसके बाद नीतीश कुमार उनसे मिलकर इस्तीफा दे देते हैं. इससे स्पष्ट है कि नीतीश कुमार को पहले से पता था कि कुछ घंटे के लिए राज्यपार पटना आने वाले हैं. शायद इसलिए नीतीश पहले ही इस्तीफे का मन बना चुके थे.
 
इस्तीफे के बाद मोदी की नीतीश को बधाई ट्वीट और नीतीश का पीएम मोदी को तहेदिल से धन्यवाद
इस्तीफे के बाद पीएम मोदी खुद नीतीश कुमार को महागठबंधन तोड़ने और सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए बधाई देते हैं. जिसके बाद नीतीश कुमार भी इसके लिए पीएम मोदी का तहेदिल से धन्यवाद करते हैं.
 
नीतीश के समर्थन के बाद बीजेपी का जेडीयू को समर्थन का ऐलान
नीतीश के इस्तीफे के कुछ घंटों के अंदर ही बीजेपी ने जेडीयू को समर्थन का ऐलान कर दिया. यानि बीजेपी को पहले से पता था कि नीतीश कुमार महागठबंधन तोड़ने वाले हैं. इसलिए शायद बीजेपी पहले ही जेडीयू को समर्थन करने और बिहार सरकार में शामिल होने का मन बना चुकी थी.
 
पटना में सारे विधायकों का मौजूद रहना
सबसे दिलचस्प बात ये है कि बिहार के इस राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान सभी बीजेपी और जेडीयू के विधायक पटना में ही मौजूद थे.
 
नीतीश कुमार का रात में राज्यपाल से मिलकर दावा पेश करना
इस्तीफे के बाद लगभग आधी रात को ही नीतीश कुमार दुबारा से राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करते है. 

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