पटना: नीतीश कुमार के इस्तीफे से बिहार में बना महागठबंधन 20 महीने में ही टूट गया और लालू ने नीतीश पर जिस तरह के आरोप लगाए हैं उससे आगे की संभावना भी खत्म होती दिख रही है. वहीं दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को बधाई दी. नीतीश ने पीएम मोदी के ट्वीट का धन्यवाद दिया.
नीतीश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमने जो निर्णय लिया उसपर माननीय प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट के द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के लिए उन्हें तहेदिल से धन्यवाद.
क्या कहा मोदी ने ?
वहीं नीतीश कुमार के साथ 10 साल तक डिप्टी सीएम रहे सुशील मोदी और प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने तुरंत नीतीश के समर्थन का ऐलान कर दिया. सुशील मोदी ने कहा कि हमने और नित्यानंद राय ने नीतीश कुमार से बात की है. पार्टी ने नीतीश को बिना शर्त के समर्थन देने का फैसला किया है. साथ ही इस फैसले की सूचना राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के दे दी जाएगी.
इस ऐलान के बाद ही नीतीश कुमार के घर बीजेपी विधायकों को बुलाया गया. नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन के बाद सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. नीतीश सरकार में बीजेपी के नेता शामिल होंगे. साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि आरजेडी के कई विधायक नीतीश कुमार के संपर्क में हैं.
इस्तीफे के बाद क्या कहा नीतीश ने ?
नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा सौंपा तो महागठबंधन के टूटने का ठीकरा लालू और कांग्रेस पर फोड़ दिया. नीतीश कुमार कहा कि हमने तेजस्वी से कभी इस्तीफा नहीं मांगा, बल्कि हमने सिर्फ तेजस्वी और लालू यादव को आरोपों पर जवाब देने को कहा था. नीतीश कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार पर हमारा रूख साफ है. इस पर मैं अनपा रूख नहीं बदल सकता. हमने अपने अंतर्रात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया है. हमें ऐसा लगता है कि हमारी सोच अलग है. इसलिए हम अब आगे नहीं रह सकते.
क्या कहा लालू ने ?
लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को हत्या के मामले में आरोपी बताया. उन्हें आर्म्स एक्ट मामले का आरोपी भी कह दिया. इस पूरे घटनाक्रम के बीच बिहार के सारे ही दलों ने साफ कर दिया है कि उनमें से कोई भी मध्यावधि चुनाव नहीं चाहता. बीजेपी, जेडीयू, आरजेड़ी, कांग्रेस कोई भी चुनाव में नहीं जाना चाहता.
लालू ने कहा कि नीतीश ने एमएलसी के चुनाव में चुनाव आयोग को जो शपथ दी है उसमें भी उन्होंने मुकदमे की जानकारी दी है. मैंने रात को भी नीतीश जी से बात की थी कि अगर कोई गलतफहमी है तो मिल के हम बात कर सकते हैं. मैंने नीतीश जी 40 मिनट तक बात की लेकिन तब उन्होंने कोई इस्तीफा नहीं मांगा था. उन्होंने यह कहा था कि प्रेस के माध्यम से आरोपों पर जवाब दे दीजिए.