नई दिल्ली. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वित्त मंत्री अरुण जेटली के मानहानि केस में वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने केजरीवाल का केस छोड़ दिया है. जेटली के खिलाफ कोर्ट में अपमानजनक शब्द के इस्तेमाल को लेकर जेठमलानी ने कहा कि केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं.
जेटली द्वारा केजरीवाल के खिलाफ दायर मानहानि के पहले मुकदमे में उनकी पैरवी कर रहे जेठमलानी ने हाईकोर्ट में 17 मई को अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था जिसके बाद जेटली ने मानहानि का नया केस दायर कर दिया. दोनों केस मिलाकर केजरीवाल पर जेटली ने 20 करोड़ की मानहानि का दावा ठोंक रखा है.
जेटली ने दिसंबर, 2015 में दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन यानी डीडीसीए में भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल और आप के दूसरे पांच नेताओं द्वारा अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल पर मानहानि का पहला केस किया था. इसी केस की सुनवाई में जेठमलानी ने ऐसी बात कर दी जिससे दुखी होकर जेटली ने मानहानि का एक और केस कर दिया है.
जेठमलानी ने कहा कि कोर्ट में उन्होंने जेटली के लिए जो भी कहा वो सब केजरीवाल के कहने पर किया जबकि केजरीवाल ने कोर्ट से कहा है कि उन्होंने जेठमलानी को उस शब्द का इस्तेमाल करने के लिए नहीं कहा था जिसकी वजह से जेटली ने दूसरा केस किया है.
जेठमलानी ने केजरीवाल को चुनौती दी कि वो उन दोनों के बीच जेटली मानहानि केस पर हुए मेल को जारी करें जिसमें केजरीवाल क्या बोलना चाहते हैं, वो दर्ज है. जेठमलानी ने जेटली से भी कहा था कि वो अपमानजनक शब्द उन्होंने केजरीवाल के कहने पर इस्तेमाल किया.
जेठमलानी ने मीडिया के जरिए केजरीवाल से अपना 2 करोड़ फीस चुकाने की मांग की है. जेठमलानी ने ये भी कहा, “फीस नहीं देगा तो कोई बात नहीं. मैं हजारों लोगों के लिए फ्री में काम करता हूं.”