पटना: नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार में जारी राजनीतिक भूचाल के बाद लालू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. लालू यादव ने राजनीति के मैदान में खुलकर खेलते हुए कहा कि नीतीश कुमार हत्या के आरोपी हैं और उन पर 302 और 307 का मामला दर्ज है.
लालू यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार से बड़ा है हत्याचार और नीतीश कुमार हत्या के मुदायल हैं. आखिर ये नीतीश कुमार की कैसी ईमानदारी. नीतीश कुमार के खिलाफ मर्डर केस मामले में बाढ़ कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है.
उन्होंने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि वो बिहार की जनता से बताएं कि बीजेपी-संघ से उनकी क्या सेटिंग है. उन्होंने कहा कि आखिर नीतीश की बेजेपी-संघ से कुछ तो सेटिंग होगी, तभी तो इस्तीफे के तुरंत बाद पीएम ने आपको बधाई दी.
लालू ने कहा कि नीतीश ने बीजेपी के डर में ये फैसला लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस वाले छोटे भाई पर हत्या का आरोप है. साथ ही उन्होंने कहा कि जदयू कोई पुलिस थाना नहीं है जहां हम जवाब दें. जब एजेंसी हमसे पूछताछ करेगी तो हम जवाब देंगे.
उन्होंने कहा कि हम बिहार में राष्ट्रपति चुनाव नहीं चाहते. हम बिहार को मध्यावधि चुनाव में नहीं धकेलना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को चाहिए कि बिहार की जनता ने जो जनादेश दिया है उसे पांच सालों तक पूरा करना चाहिए.
लालू यादव ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि महागठबंधन हमारी तरफ से कायम है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं. नया सरकार बनाने का दावा राजद का होगा.
लालू ने नीतीश कुमार को सरकार बनाने का एक नया फॉर्मूला सुझाया है. उन्होंने कहा कि तीनों पार्टियां राजद, जदयू और कांग्रेस मिलकरनया मुख्यमंत्री चुनें. उन्होनें कहा कि न नीतीश न तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री रहें.
बता दें कि 28 तारीख से बिहार बिधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में अगर बीजेपी नीतीश कुमार को समर्थन का एलान कर देती है तो बिहार में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर नए मंत्रिमंडल का गठन होगा.