पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद पहली बार बोलते हुए नीतीश ने कहा कि हमने गठबंधन धर्म का पूरी तरह से पालन किया. ऐसे माहौल में मेरे लिए काम करना मुश्किल था. इसलिए मैंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है.
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बाचतीत के दौरान कहा कि हमने तेजस्वी से कभी इस्तीफा नहीं मांगा, बल्कि हमने सिर्फ तेजस्वी और लालू यादव को आरोपों पर जवाब देने को कहा था.
नीतीश कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचार पर हमारा रूख साफ है. इस पर मैं अनपा रूख नहीं बदल सकता. हमने अपने अंतर्रात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया है. हमें ऐसा लगता है कि हमारी सोच अलग है. इसलिए हम अब आगे नहीं रह सकते.
आगे उन्होंने कहा कि अब तक हमारे काम करने का जो तरीका रहा है उसके आधार पर हमने अपने आप को सरकार से अलग कर लिया है. मेरे लिए ये फैसला लेना काफी कठिन था.
नीतीश कुमार ने कहा कि हमसे जितना हो सका हमने गठबंधन धर्म का पालन किया. तेजस्वी को हमने आरोपों पर सफाई देने के लिए कहा था, मगर उन्होंने सफाई नहीं दी. इसलिए बिना उनके सफाई दिये मेरे लिए उनके साथ काम करना मुश्किल था.
नीतीश ने ये भी कहा कि कोविंद के समर्थन देने के मामले में भी हमें कई तरह की बातें सुनने को मिली. तेजस्वी यादव के मामले पर हमने कांग्रेस से भी बात की थी. राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और जब तक उनकी तरफ से कुछ नहीं कहा जाता तब तक वो काम करते रहेंगे.
बता दें कि अगर बीजेपी नीतीश को समर्थन का ऐलान करती है और राज्यपाल के पास समर्थन की चिट्ठी भेजती है तो राज्यपाल नीतीश को विधानसभा में बहुमत साबित करने कह सकते हैं.
ऐसी हालत में नीतीश को सदन में बहुमत साबित करना होगा जो संख्याबल के हिसाब से नीतीश के पक्ष में होगा अगर बीजेपी उनको समर्थन दे दे.