नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस के मौके पर वायुसेना प्रमुख बी एस धनोवा ने पहली बार इंडिया न्यू़ज/ इनखबर से खास बातचीत में युद्ध के दौरान की अपनी यादों को साझा किया. कारिगल युद्ध के दौरान बतौर फाइटर पायलट जंग में हिस्सा ले रहे एयर चीफ मार्शल ने उन चोटियों पर बमबारी की थी जहां से पाकिस्तान भारतीय सेना को निशाना बना रहा था.
कारगिल सरप्राइज अटैक था
कारगिल युद्ध की शुरूआत के बारे में एयर चीफ मार्शल बी एस धनोवा ने कहा कि कारगिल पर हमला एक सरप्राइज अटैक था और उनका पूरा मुमेंट ही सरप्राइज था. उन्होंने बताया कि इतनी ऊंची जगह पर युद्ध करना बेहद मुश्किल था. दुश्मन ऊपर चोटी पर था और हमारी सेना को नीचे से ऊपर चढ़ना था.
सेना ने सबसे पहले पाकिस्तान की सप्लाई लाइन को बर्बाद किया
वायुसेना प्रमुख के मुताबिक भारतीय सेना ने सबसे पहले उनकी सप्लाई लाइन को बर्बाद कर दिया जिसमें पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारी मारे गए.
दो फ्रंट का कोई खतरा नहीं था
दो फ्रंट पर लड़ाई के सवाल पर एयर चीफ मार्शल ने कहा कि दो फ्रंट पर लड़ाई का कोई खतरा नहीं था इसलिए सेना का पूरा ध्यान कारगिल सैक्टर में लगा हुआ था.
जुनियर अफसरों ने जबर्रदस्त बहादुरी दिखाई
उन्होंने बताया कि ऊंचाई पर दुश्मनों से लड़ते हुए हमारे पास बेहद जरूरी चीजों का भी अभाव था लेकिन कारगिल की विषम परिस्तिथियों में जूनियर अधिकारियों ने जिस बहादुरी से लड़ाई लड़ी वो काबिल-ए-तारीफ है.