नई दिल्ली: इराक में लापता 39 भारतीयों के बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा कि लापता भारतीयों के ना तो जिंदा होने के सबूत हैं और ना ही उनके मारे जाने के सबूत हैं. उन्होंने कहा कि बिना सबूत को उन्हें मरा हुआ घोषित कर लेना पाप है.
बिना सबूत के किसी को मरा घोषित नहीं कर सकती: सुषमा
शिरोमणी अकाली दल द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि बिना सबूत के किसी को मरा हुआ मान लेना पाप है और वो बिना किसी ठोस सबूत के उन्हें मरा घोषित नहीं कर सकतीं.
उन्होंने ये भी कहा कि जब तक गुमशुदा लोगों के मारे जाने की पुख्ता जानकारी नहीं मिलती, तबतक उनकी फाइल बंद नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अगर फाइलों में उन्हें मरा हुआ घोषित कर भी दिया गया तो भी उनकी तलाश जारी रहेगी.
39 भारतीयों के बारे में नहीं मिल रहा सुराग
गौरतलब है कि लंबे समय से इराक में 39 भारतीय लापता हैं. इनमें से अधिकतर पंजाब के हैं. साल 2016 के बाद से लापता भारतीयों से संपर्क नहीं हो पाया है. इससे पहले खबर थी कि सभी भारतीयों को आतंकियों के कब्जे वाले मौसूल में रखा गया है.