नई दिल्ली : देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद रामनाथ कोविंद ने सेंट्रल हॉल में अपना संबोधन दिया. उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है, चाहे वह अन्न उपजाने वाला किसान हो या आम से अचार बनाने वाला इंसान.
कोविंद ने कहा, ‘राश्ट्र निर्माण का आधार है राष्ट्रीय गौरव. हमें गर्व है भारत की मिट्टी और पानी पर, भारत की विविधता पर गर्व है, यहां की संस्कृति पर हमें गर्व है. देश के प्रत्येक नागरिक पर गर्व है और हमें गर्व है हर छोटे से छोटे काम पर जो हम करते हैं.’
देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, ‘देश का हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है. प्रत्येक व्यक्ति भारतीय परंपराओं और मूल्यों का संरक्षक है. देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले और हमें सुरक्षित रखने वाली सेना राष्ट्र निर्माता है. जो पुलिस और अर्धसैनिक बल आतंकवाद से लड़ रही है वो राष्ट्र निर्माता है. जो किसान तपती धूप में अन्न उपजा रहा है वो राष्ट्र निर्माता है. खेत में काम करने वाली महिलाएं भी राष्ट्र निर्माता हैं. देश का वैज्ञानिक हो या स्टार्टअप शुरू करने वाला युवक हर कोई राष्ट्रनिर्मात है. आम से अचार बनाने का काम करने वाला भी राष्ट्र निर्माता है.’
रामनाथ कोविंद ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी है. आज विश्व अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान के लिए भारत की तरफ देख रहा है. उन्होंने कहा कि समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति के लिए नई संभावनाएं और अवसरों के द्वार खोलने का काम करना है.
यहां पढ़ें और क्या कहा कोविंद ने-
– हम अलग हैं फिर भी एकजुट हैं
– राष्ट्रनिर्माण सिर्फ सरकार नहीं कर सकती
– पूरी दुनिया में भारत के दृष्टिकोण को महत्व दिया जा रहा है
– राष्ट्र के तौर पर हमें बहुत कुछ हासिल करना है
– इसे और बेहतर करने के लिए कोशिश जारी रखनी होगी
– देश की विविधता ही सफलता का मंत्र है
– आखिरी कतार में खड़े गरीब तक लाभ पहुंचाना है
– डिजिटल राष्ट्र हमें ऊंचाईयों तक ले जा सकता है
– पुराने राष्ट्रपतियों के पथ पर चलूंगा
– दूसरों के विचार का सम्मान करना लोकतंत्र की खूबसूरती है
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को कुल वैध वोटों में से 65.65 फीसदी वोट मिले, जबकि मीरा कुमार को महज 34.35 फीसदी वोट ही मिल पाए. रामनाथ कोविंद को मिले वोटों का कुल मूल्य 7 लाख 2 हजार 644 रहा. मीरा कुमार को 3 लाख 67 हजार 314 वोट मिले. रामनाथ कोविंद की जीत इतनी आसान होगी, इसकी उम्मीद विपक्ष को नहीं थी.