चीन जब अकड़ दिखा रहा था तो भारत ने अंदर ही अंदर तैयार कर लिया युद्ध का ये ‘मेगा प्लान’

नई दिल्ली: बीते एक महीने से चीन और भारत के बीच चल रहे डोकलाम विवाद से ये तय हो गया है कि चीन और भारत के बीच अब भविष्य में संबंध शायद ही अच्छे हो पाए. इस विवाद ने चीन की मंशा को खुलकर देश और दुनिया के सामने ला दिया. लिहाजा अब तक भारत चीन के साथ सीमाओं पर जिस रफ्तार से चल रहा था उसमें उसने ज्यादा ही तेजी और मजबूती ला दी है.
भविष्य में चीन सीमाओं पर सावधान रहे इसके लिए भारत ने एक मेगा प्लान तैयार किया है. ये वैसा ही प्लान है जैसे महाभारत में पांडवो ने कौरवों के खिलाफ किया था. 5000 साल पहले हिंदुस्तान की इसी धरती पर पांडवों ने जमीन के कई फीट नीचे कौरवों की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया था.
5000 साल बाद जमीन वही है और हिन्दुस्तान ने एक बार फिर वही प्लान भी बनाया है बस इस बार बार निशाने पर चीन है. चीन की चालबाजी और दादागिरी दोनों को ऐसा जवाब मिलेगा कि चीन हिंदुस्तान की तरफ देखने से पहले 10 हजार बार सोचेगा.
अरुणाचल प्रदेश का सैला दर्रा समुद्री तल से 11 हजार फीट की उंचाई वाले इस दूर्गम इलाके में अक्सर चीन साजिशें रचता है. भारत प्लान के बाद अब चीन कभी नहीं कह पाएगा कि भारत 1962 को भूल गया. चीन को अब पता चलेगा कि भारत ना तो 1962 भूला है और ना ही अपना गौरवशाली इतिहास क्योंकि हिंदुस्तानी इतिहास की सबसे अजीमोशान वीरगाथाओं के नायक पांडव हैं.
पांडवों का 5000 साल पुराना प्लान लेकर हिंदुस्तान सबक सिखाएगा 21 वीं सदी के धमकीबाज़ और जमीन हड़पने वाले चीन को अब चीन डोकलाम भी भूल जाएगा और बाकी हेकड़ी भी. बस उसे याद रहेगा तो इतना कि पांडवों वाले हिंदुस्तान की तरफ भूलकर भी नहीं देखना है.
सीमा पर चीन की चालबाजी से निपटने के लिए भारत चीन की सीमा के पास सुरंग बनाने जा रहा है. सात किलोमीटर लंबी ये सुरंग भारत अरुणाचल प्रदेश के उस दूर्गम दर्रे में बना रहा है. जिसकी उंचाई 13 हजार 700 फीट है. अरुणाचल प्रदेश का सेला दर्रा हिंदुस्तान के लिए सामरिक तौर पर बेहद अहम है.
चीनी बार्डर तक पहुंचने के लिए समुद्र तल से 13700 फीट ऊंचाई पर स्थित सेला दर्रा भारतीय सेना का इकलौता रास्ता है. भारत और चीन के बीच बढ़ रही तनातनी के बीच भारत सरकार नॉर्थ ईस्ट में अपनी सीमाओं को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है. लेकिन ये पहली बार है कि हिन्दुस्तान चीन की सीमा के पास सुरंग बनाने जा रहा है.
चीन को करारा जवाब देने के लिए बनाई जा रही इन सुरंगों की जिम्मेदारी बॉर्डर रोड ऑर्गनाइज़ेशन यानि सीमा सड़क संगठन को दी गई है. BRO पर ही स्ट्रैटजिक इंटरनेशनल बार्डर पर भारत की तमाम सड़कों को बनाने और उसके रखरखाव की जिम्मेदारी होती है.
चीन ने जैसे ही डोकलाम में सड़क बनाने की कोशिश की और सिलीगुड़ी कॉरेडोर के नजदीक आकर भारत से पूर्वोत्तर राज्यों को काटने के प्लान पर काम शुरु किया. हिन्दुस्तान की सरकार और सेना दोनों अड़ भी गई और चीन से अकड़ भी गई. चीन, भारत को डराने के लिए तिब्बत के सीमा वाले इलाकों में मिलाइले और टैंक दौड़ाने लगा. लेकिन भारत बिना किसी शोर शराबे के चीन की इस गीदड़भभकी को देखता रहा.
अंदर ही अंदर भारत चीन को चुनौती देने वाली रणनीति में जोर शोर से जुट गया. दुनिया के देशों के हथियारों की डील के साथ साथ देखते ही देखते दुनिया के देशों को भारत ने अपने पक्ष में खड़ा कर लिया. इसके साथ ही भारत ने एक मेगा प्लान पर काम शुरु किया, वो प्लान था अरूणाचल के सैला दर्दा जैसे दूर्गम इलाके में सुरंग बनाने का प्लान.
(वीडियो में देखें पूरा शो)
admin

Recent Posts

चिपचिपे बालों की समस्या का मिल गया उपाय, जल्द करें फॉलो

आप अपने बालों की सही देखभाल करें ताकि बालों के झड़ने की समस्या से बचा…

5 minutes ago

YouTube का ये फीचर बड़ी काम की चीज, कुछ भी देखे नहीं सेव होगी हिस्ट्री

आप इंटरनेट ब्राउजर पर इनकॉग्निटो मोड का इस्तेमाल करते हैं, ठीक वैसा ही फीचर YouTube…

21 minutes ago

क्या पर्थ टेस्ट में वापसी करेंगे शुभमन गिल, मोर्ने मोर्केल ने किया खुलासा

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्टों का महामुकाबला 22 नवम्बर से शुरू होगा. भारत…

29 minutes ago

राष्ट्रीय महिला आयोग ने निकाली 33 पदों पर भर्ती, जल्दी अप्लाई करें

सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) में अच्छे…

48 minutes ago

रूस की दहाड़ से चिंता में अमेरिका, कहीं परमाणु हमला न कर दें पुतिन!

सभी की नजर रूस पर टिकी हुई है. दरअसल अमेरिका में बनने वाली मिसाइल ATACMS…

1 hour ago

रिटायर लोगों के लिए खुशखबरी, दिल्ली मेट्रो दे रही नौकरी

हाल ही में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने मैनेजर और असिस्टेंट मैनेजर की सरकारी…

1 hour ago