नई दिल्ली : डोकलाम में चीनी सेना और इंडियन आर्मी को एक-दूसरे के आमने-सामने डटे कई दिन हो गए हैं, जिसके बाद चीनी सेना बौखला गई है. इसी बौखलाहट में चीनी सेना ने पहले बार भारतीय सेना को धमकी दी है कि चीनी सेना किसी भी कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगी. अगर इंडियन आर्मी डोकलाम से पीछे नहीं हटती तो उसे इसके लिेए गंभीर अंजाम भुगतने होंगे.
इससे पहले संसद में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम हैं. उन्होंने चीन को साफ तौर पर कहा है कि पहले डोकलाम से उसे सेना हटानी पड़ेगी, तभी भारत अपनी सेना हटाए जाने पर विचार करेगा.
1 अगस्त को पीएलए की 90वीं वर्षगांठ हैं. इस मौके से पहले पीएलए ने एक विशेष ब्रीफिंग की. ब्रीफ्रिंग में पीएलए ने कहा है कि डोकलाम में सैनिकों की तैनाती बढाई जाएगी. साथ ही पीएलए ने कहा है कि एक आपातकालीन प्रतिक्रिया के तौर पर क्षेत्र में और अधिक चीनी सेना उतार सकती है.
बता दें कि चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद की आवाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गूंजने लगी है, पेंटागन ने भारत और चीन को सलाह दी है कि वे सीधी वार्ता करके इस मसले को सुलझाने की कोशिश करें.