नई दिल्ली : केंद्र सरकार जल्द ही कक्षा 8 तक छात्रों को फेल नहीं करने की पॉलिसी को खत्म करने जा रही है. सरकार ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को बताया कि राज्यों के समर्थन से केंद्र जल्द ही 5वीं और 8वीं कक्षा में छात्रों के परीक्षा में फेल होने पर उन्हें उसी कक्षा में रोके जाने की व्यवस्था शुरू करेगा.
उन्होंने कहा कि संसद में प्रस्तावित विधेयक में, राज्यों को मार्च में पांचवीं और आठवीं के छात्रों की परीक्षा कराने की शक्तियां दी गई हैं, इसमें फेल होने पर छात्रों को मई में परीक्षा में शामिल होने का एक आखिरी मौका दिया जाएगा.
जावड़ेकर ने कहा कि अगर छात्र दोनों प्रयासों में फेल रहते हैं, तो उन्हें उसी कक्षा में रोक लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि 25 राज्य पहले ही इस कदम के लिये अपनी सहमति दे चुके हैं.
केंद्रीय मंत्री ने शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा-‘देशभर के करीब 15,000 बीएड कालेजों से हलफनामा दाखिल करने को कहा गया था और उन्हें इस बारे में 15 जुलाई तक की समय सीमा दी गई थी. करीब 10-11 हजार संस्थानों ने हलफनामा दाखिल किया है. जिन्होंने नहीं किया, उन्हें अब परिचालन करने नहीं दिया जाएगा.