नई दिल्ली: चुनावों में वोट खराब होना आम बात है, मगर जनता के वोट से जीते नेताओं से ऐसी उम्मीद किसी को कतई नहीं होगी. राष्ट्रपति चुनाव में गिनती के दौरान कुल 77 नेताओं के वोट को रिजेक्ट कर दिया गया. हैरान करने वाली बात ये है कि इन नेताओं में से 21 तो सांसद हैं.
रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से दिये गये आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रपति चुनाव की गिनती के दौरान 77 वोट अमान्य पाए गये. सारे अमान्य वोटों में से 21 वोट सांसदों के थे.
इन अमान्य वोटों में से पश्चिम बंगाल के 10, दिल्ली के 6, मणिपुर और झारखंड के 4 और यूपी से 2 नेताओं के वोट अमान्य घोषित किये गये हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में अगर कोई मतदाता पहली पसंद को को मार्क करने में विफल रहता है या चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्राथमिकता के अलावे किसी अन्य फैशन को मार्क करता है, तो इस स्थिति में भी वोट को अमान्य माना जाता है.
इस राष्ट्रपति चुनाव में चुनाव आयोग ने वोट करने के लिए एक विशेष मार्कर पेन के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया था. गिनती के दौरान भी साधारण पेन से मार्क किये गये वोटों को भी खारिज कर दिया गया था.