नई दिल्ली: एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने उम्मीद के मुताबिक जीत हासिल की है. उन्हें 65.65 फीसदी वोट मिले हैं. कोविंद 25 जुलाई को देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे. वहीं विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार को कुल 34.35 फीसदी वोट मिले हैं.
इस बीच एक और बड़ी खबर आ रही है कि राष्ट्रपति चुनाव में गुजरात में क्रॉस वोटिंग हुई है. सूत्रों से खबर है कि कांग्रेस के 11 विधायकों ने एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को वोट दिया है. सूत्रों का कहना है कि शंकर सिंह वाघेला और महेंद्र सिंह वाघेला ने भी रामनाथ कोविंद को वोट दिया है.
वाघेला काफी दिनों से पार्टी आलाकमान से नाराज हैं. यहां तक कि वो ट्विटर पर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई आला नेताओं को अनफॉलो कर चुके हैं. साल 1980 से 1991 तक वाघेला गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे. पांच बार लोकसभा सदस्य और एक बार राज्यसभा सदस्य रह चुके वाघेला केन्द्र में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. कांग्रेस में शामिल होने के बाद शंकर सिंह वाघेला गुजरात के कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं और फिलहाल विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं.
यूपी में सपा पहले से ही दो फाड़ थी. एक ओर जहां अखिलेश गुट मीरा कुमार के समर्थन में खड़ा था तो वहीं शिवपाल गुट राम नाथ कोविंद को वोट करने के पक्ष में था. वहीं टीएमसी समेत कई दलों के कई नेताओं ने खुलेआम पार्टी के फैसले का उल्लंघन कर कोविंद को वोट किया तो वहीं जेडीयू और बीजेपी के कई नेताओं ने कोविंद के खिलाफ वोट देने का ऐलान भी किया.
राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को कुल वैध वोटों में से 65.65 फीसदी वोट मिले, जबकि मीरा कुमार को महज 34.35 फीसदी वोट ही मिल पाए. रामनाथ कोविंद को मिले वोटों का कुल मूल्य 7 लाख 2 हजार 644 रहा. मीरा कुमार को 3 लाख 67 हजार 314 वोट मिले. रामनाथ कोविंद की जीत इतनी आसान होगी, इसकी उम्मीद विपक्ष को नहीं थी.