रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि हम लोकसभा में किसानों की बात करने चाहते थे. मगर हमें बोलने नहीं दिया गया. यहां तक कि उस वक्त पीएम मोदी भी मौजूद थे.
राहुल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कहा, जीएसटी के लिए रात 12 बजे संसद खोला जाता है, लेकिन किसानों के लिए एक मिनट बात नहीं करने देते. हमने सरकार को सुझाव दिया था कि इतनी जल्दबाजी में जीएसटी पास ना करें, मगर उन लोगों ने बात नहीं सुनी.
कर्जमाफी पर का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक और पंजाब में कर्ज माफ किया. मगर बीजेपी ने यूपी में कांग्रेस की डर में आकर कर्ज माफ किया. साथ ही उन्होंने कहा कि अब राजस्थान में भी कर्जमाफी कर किसानों को राहत दिलाएंगे.
उन्होंने कहा कि बड़े व्यापारियों को जीएसटी से कोई परेशानी नहीं है. वे दस अकाउंट रख सकते हैं और जितना चाहे फॉर्म भर सकते हैं. छोटे व्यापारी दिक्कतों का सामना ही करेंगे. रैली के दौरान उन्होंनें कई बार सरकार को निशाने पर लिया.
बता दें कि कल बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी राज्यसभा में उपसभापति पर ये आरोप लगाकर इस्तीफा दे दिया था कि सदन में उन्हें सहारनपुर हिंसा के ऊपर नहीं बोलने दिया गया था.