नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामे भरी रही है. आज (बुधवार) को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के भारी हंगामे के कारण स्थगित करनी पड़ी. भारी हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित तक दी गई है.
इस दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने देश भर में किसानों की आत्महत्या और मॉब लिंचिंग के मामले में केंद्र सरकार को जोरदार तरीके से घेरा. राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ट नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसानों और गरीबों के मुद्दों पर 2014 में चुनकर आई सरकार इन्हीं लोगों के मुद्दे पर चुप क्यों है. शरद यादव ने भी सरकार से इस मुद्दे पर बहस की मांग की.
वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि अभी तक 75 लाख जीएसटी से जुड़ गए हैं, आने वाले दिनों में 1 करोड़ लोग और भी जुड़ेंगे. GST के बाद इंस्पेक्टर राज पूरी तरह से खत्म होगा. उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि विपक्ष सदन चलने देगा, सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.
इस दौरान राज्यसभा में सपा नेता नरेश अग्रवाल ने सांसदों की सैलरी बढ़ाने की मांग की. उन्होंने कहा कि हमारी सैलरी हमारे सचिव से भी कम है.