हैदराबाद. ड्रग्स रैकेट में शामिल तेलगु फिल्मों के स्टार्स को नोटिस पकड़ाकर टॉलीवुड और सत्ता के गलियारों में खलबली बचाने वाले आईपीएस अधिकारी अकुन सभरवाल का रौब ऐसा है कि क्रिमिनल उनके नाम से थर्राते हैं.
पंजाब के पटियाला में पैदा हुए अकुन 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जिनको असम कैडर मिला था. अपनी ही बैच की आंध्र प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी स्मिता से शादी के बाद उन्होंने अपना कैडर ट्रांसफर आंध्र प्रदेश करवा लिया.
अकुन की पत्नी स्मिता IAS अधिकारी हैं और अपने बैच की टॉपर भी
राज्य विभाजन के बाद अकुन और स्मिता तेलंगाना कैडर में चले आए. अकुन की पत्नी स्मिता राज्य के सीएम के चंद्रशेखर राव की एडिशनल सेक्रेटरी हैं.
स्मिता 2001 की यूपीएससी टॉपर हैं और उन्होंने चौथा रैंक हासिल किया था. अकुन का रैंक 33 था. स्मिता के पापा आर्मी में थे तो अकुन के पिता एयर फोर्स में.
आईपीएस बनने से पहले डेंटल सर्जन रहे अकुन के खुलासे से टॉलीवुड में लोग दांतों तले ऊंगली दबा रहे हैं कि जिन स्टार्स को लोग फॉलो करते हैं वो ड्रग्स के गंदे धंधे में लगे हैं.
अकुन के ड्रग्स के खिलाफ छेड़े गए अभियान से टॉलीवुड के 12 स्टार्स पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. इन सबको पूछताछ के लिए इसी महीने बुलाया गया है. पूछताछ में जिनकी जबान लड़खड़ाएगी, वो जेल जाएंगे.
अकुन मैराथन दौड़ने के शौकीन हैं और 42 किलोमीटर की दौड़ में कई बार हिस्सा ले चुके हैं. उन्होंने अब तक देश के बड़े-बड़े 7 मैराथन में हिस्सा लिया है. 2015 में उन्होंने दिल्ली से मुंबई का 1475 किमी लंबा सफर साइकिल से मात्र 6 दिनों में पूरा किया था.
अकुन स्मिता से शादी के बाद 2004 में जब असम कैडर से आंध्र प्रदेश आ गए तब उन्हें अनंतपुर में पोस्टिंग मिली. ये वो इलाका है जहां के गैंगवार पर शत्रुघ्न सिन्हा और विवेक ओबेरॉय को लेकर रक्तचरित्र फिल्म बनी.
अकुन ने अनंतपुर इलाके के दुर्दांत गुटों पर कारगर लगाम लगाई. इसके बाद नक्सल प्रभावित इलाकों में पोस्टिंग हुई तो दो दर्जन से ज्यादा मुठभेड़ में तीन दर्जन नक्सलियों को मार गिराया और 132 का सरेंडर भी करवाया. अकुन सरदार पटेल नेशनल पुलिस अकादमी में नए आईपीएस अधिकारियों को ट्रेनिंग भी देते हैं.