नई दिल्ली: केंद्रीय शहरी विकास, आवास और शहरी गरीब उन्मूलन और सूचना प्रसारण मंत्रालय जैसे तीन महत्वपूर्ण विभाग संभाल रहे वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद अब ये साफ हो गया है कि संसद का मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद नरेंद्र मोदी अपनी सरकार में नए मंत्रियों को शामिल करेंगे.
संसद का मॉनसून सत्र 17 जुलाई से शुरू हुआ है जो 11 अगस्त तक चलेगा. 11 अगस्त के ठीक चार दिन बाद 15 अगस्त है इसलिए ये माना जा रहा है कि नरेंद्र मोदी कैबिनेट का अगला विस्तार लाल किला पर इस साल उनके तिरंगा फहराने के बाद ही होगा.
मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर के गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद से रक्षा मंत्रालय का प्रभार अरुण जेटली के पास है जिनके पास वित्त और कॉरपोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री भी है. इसी तरह पर्यावरण मंत्री अनिल दवे के आकस्मिक निधन के बाद से इस विभाग का प्रभार हर्षवर्धन के पास है.
वेंकैया के कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद कम से कम शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन और सूचना प्रसारण मंत्रालय भी किन्हीं के पास प्रभार में चला जाएगा. इस तरह से वेंकैया, पर्रिकर और दवे के महत्वपूर्ण विभागों के लिए फुलटाइम मंत्री लाना प्रधानमंत्री की प्राथमिकता में होगा.
गठबंधन कोटे से मंत्री रामविलास पासवान के इलाज में होने के कारण इस वक्त खाद्य व जनवितरण विभाग और उपभोक्ता मामलों का विभाग इस समय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के पास प्रभार में है. रामविलास इस समय बिना विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं और संभव है कि तबीयत में सुधार के बाद उनके विभाग वापस उन्हें ही मिल जाएं.
नरेंद्र मोदी सरकार में इस समय वेंकैया समेत 25 कैबिनेट मंत्री हैं. 12 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्रियों के अलावा 36 राज्यमंत्री भी हैं. मोदी ने देश की बागडोर संभालने के बाद नवंबर, 2014 में पहली बार कैबिनेट विस्तार किया था जिसमें पर्रिकर समेत 21 नए मंत्री बने थे.
पिछले साल जुलाई में मंत्रिमंडल फेरबदल में स्मृति ईरानी से मानव संसाधन विकास मंत्रालय लेकर प्रकाश जावड़ेकर को दे दिया गया था. इसी फेरबदल में सूचना प्रसारण मंत्रालय अरुण जेटली से वेंकैया नायडू के पास आया था. जुलाई में 19 नए मंत्री बनाए गए थे.