नई दिल्ली: डोकलाम में भारतीय सेना की तैनाती को लेकर चीन की बैखलाहट बढ़ने लगी है. चीन की ये बेचैनी तिब्बत में साफ दिखाई भी दे रही है. चीनी सेना ने तिब्बत रीजन में लाइव-फायर एक्सरसाइज की. चीन के सरकारी टीवी चैनल के मुताबिक ये लाइव फायर ड्रिल करीब 11 घंटे तक चली. हालांकि ये खुलासा नहीं किया गया कि ये ड्रिल कब की गई.
बताया जा रहा है कि लाइव फायर ड्रिल में चीन की अलग-अलग मिलिट्री यूनिट्स ने ज्वाइंट अटैक की प्रैक्टिस की. इसमें चीनी सैनिकों ने बंकरों पर एंटी-टैंक ग्रेनेड और मिसाइलों का इस्तेमाल किया. चीनी सेना का ये वीडियो सांकेतिक है, लेकिन कुछ इस तरह से ही चीन ने इस मिलिट्री प्रैक्टिस को अंजाम दिया.
दरअसल पूरा विवाद डोकलाम को लेकर है. डोकलाम एक ऐसा तिकोना इलाका है, जिससे चीन, भूटान और भारत के सिक्किम का इलाका लगता है. यहां चीन सड़क का निर्माण कर रहा है. जबकि भारत का मानना है कि ये ज़मीन भूटान की है. चीन चाहता है कि भारत यहां से अपनी सेना हटा ले. जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि वो भूटान की ज़मीन की रक्षा करेगा.
तनातनी के बीच चीन ने कहा है कि जब तक यहां से भारतीय सेना नहीं हटती वो बातचीत के लिए तैयार नहीं होगा. जबकि भारत को उम्मीद है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के चीन दौरे में बाचतीच का रास्ता निकल सकता है. दरअसल अजीत डोभाल ब्रिक्स देशों के सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए 27 और 28 जुलाई को चीन में रहेंगे.
दरअसल डोकलाम में चीनी दखल बढ़ा तो पूर्वोत्तर के राज्यों को भारत से जोड़ने वाला सिलीगुड़ी कॉरिडोर चीन की जद में आ जाएगा. सिलीगुड़ी कॉरिडोर वो इलाका है, जो पूरे भारत को पूर्वोत्तर के राज्यों से जोड़ता है. आकार की वजह से इसे चिकन नेक भी कहते हैं. डोकलाम में चीनी कब्ज़ा हुआ तो भारत के कई इलाके चीनी तोपों की रेंज में आ जाएंगे. इसलिए भारत डोकलाम से पीछे हटने को तैयार नहीं है.