नई दिल्ली. 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट मामले में दोषी याकूब मेमन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को कोई फैसला नहीं हो सका. सुनवाई कर रहे दो जजों में मतभेद के चलते मामले को चीफ जस्टिस के पास रेफर कर दिया गया.
जिन्होंने इसकी सुनवाई के लिए 3 सदस्यों की बड़ी बेंच गठित की है. अंदर की बात ये है कि कानूनी लिहाज से ये मामला काफी जटिल हो गया है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने बड़ी बेंच के गठन में जरा भी देर नहीं की. जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई में इसका गठन किया गया है। इसमें जस्टिस अभिताभ रॉय और पी सी पंथ भी शामिल किए गए हैं।
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