नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को अब सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलती हुई दिखाई दे रही है. ठाकुर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना मामले और झूठी गवाही के संबंध में जारी कार्रवाई अब बंद कर दी गई है.
दरअसल, BCCI के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांग ली. जिसके कारण जस्टिस दीपक मिश्रा की पीठ ने उनके उपर चल रहे अवमानना मामले और झूठी गवाही की कार्रवाई रोक दी है.
साफ शब्दों में माफी
पीठ के मुताबिक अवमानना करने वाले की तरफ से हलफनामा दायर किया गया है. जिसमें अवमानना करने वाले ने अफसोस जाहिर किया है. एक पन्ने के अपने हलफनामे में अनुराग ठाकुर ने लिखा था कि कुछ गलत जानकारी और गलतफहमी की वजह से ये हुआ. जिसके बाद अब वो बिना किसी शर्त के साफ शब्दों में माफी मांगते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर रहते हुए ठाकुर काफी आनाकानी कर रहे थे. जिसके बाद कोर्ट ने उनको अध्यक्ष पद से हटा दिया था. इसके साथ ही ठाकुर पर कोर्ट में झूठा हलफनामा दायर करने का भी आरोप है.
जिसके बाद कोर्ट ने अनुराग ठाकुर को झूठी गवाही देने के कारण फटकार लगाई थी और कहा था कि अगर उन्होंने बिना शर्त माफी नहीं मांगी तो उन पर अवमानना का केस भी चलाया जा सकता है और उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है. हालांकि ठाकुर खुद पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते आए हैं.