नई दिल्ली : इनकम टैक्स विभाग ने 5.56 लाख ऐसे लोगों की पहचान की है, जिनकी नोटबंदी के बाद डिपोजिट की गई आय से अधिक राशि उनकी टैक्स प्रोफाइल से मैच नहीं कर रही है. बताया जा रहा है कि इन लोगों ने अपने टैक्स प्रोफाइल में नोटबंदी के दौरान जमा की गई रकम का कोई ब्यौरा नहीं दिया है.
यही वजह है कि ऐसे लोगों की एक लंबी फेहरिस्त तैयार की है, जिन्होंनें ई-वेरीफिकेशन के दौरान पूछे जाने पर भी अपने सभी बैंक खातों की जानकारी नहीं दी. अब इन सभी लोगों से इनकम टैक्स विभाग ने जवाब मांगा है.
बता दें कि मनी क्लीन कैंपेन अप्रैल में शुरू किया गया था. जिसका मकसद नोटबंदी के बाद ब्लैक मनी का पता लगाना था. आयकर विभाग ने बैंकों से फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लेखों के जरिये इन अलग मामलों की पहचान की है.
बताया जा रहा है कि आयकर विभाग ऐसे लोगों के खातों की जांच में जुटा है, जिन्होंने नोटबंदी के बाद भी टैक्स चोरी का काम किया है.