नई दिल्ली: हॉलीवुड फिल्म जेम्स बॉन्ड के बारे में तो आपने सुना होगा लेकिन क्या आपको भारत के असली जेम्स बॉन्ड के बारे में पता है? भारत के असली जेम्स बॉन्ड का नाम अजीत डोभाल है जो भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं. कोरा पर अजीत डोभाल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है.
कौन हैं अजीत डोभाल जिनका लोहा दुश्मन भी मानते हैं?
डोभाल साल 2004 से 2005 तक इंटेलिजेंस ब्यूरो के निर्देशक रह चुके हैं. अजीत डोभाल ने दशकों तक कई ऑपरेशन विंग की कमान संभाली है. खूफिया जानकारी निकालने के मामले में उन्हें महारथ हासिल है.
केरल कैडर से 1968 बैच के आईपीएस टॉपर अजीत डोभाल मिजोरम , पंजाब, कश्मीर, पाकिस्तान और इंग्लैंड में सेवाएं दे चुके हैं.
कश्मीर में पोस्टिंग के दौरान जब घाटी जल रही थी तब अजीत डोभाल ने कुक्के पारे जैसे कुख्यात आतंकी को उकसाकर उन्हीं के बेड़े में दूसरे आतंकियों के खिलाफ कर दिया. इस कदम से कश्मीर में आतंकी घटनाओं को रोकने में काफी मदद मिली.
अजीत डोभाल ने अपने करियर के 37 साल पर्दे के पीछे काम करते हुए गुजार दिए. 1999 में हाईजैक हुए एयर इंडिया के विमान IC-814 को जब कंधार ले जाया गया, उस वक्त अजीत डोभाल आतंकियों से समझौता करने की जमीन तैयार कर रहे थे.
अजीत डोभाल ने इस्लामाबाद में इंडियन मिशन पर रहते हुए 6 साल पाकिस्तान में बतौर अंडर कवर ऑफिसर बिताए हैं.
31 जनवरी 2005 से रिटायर होने के बाद अजीत डोभाल को कर्नाटक सरकार ने सुरक्षा सलाहकार बनाया.
1988 में अजीत डोभाल को कीर्ति चक्र से नवाजा गया. अजीत डोभाल पहले पुलिस अधिकारी हैं जिन्हें ये अवार्ड दिया गया. इससे पहले सिर्फ सेना के ही जवान को ये अवार्ड दिया जाता था.