लखनऊ: यूपी विधानसभा को उड़ाने की साज़िश के खुलासे से हड़कंप मचा हुआ है. सदन के अंदर PETN नाम का विस्फोटक बरामद हुआ और इसकी मात्रा 150 ग्राम थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे बड़ी आतंकी साज़िश बताया है. विधानसभा में विस्फोटक मिलने पर भी कई विधायकों की हेकड़ी नहीं गई है. अंदर जाने के नियमों को सख्त किए जाने के बाद सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी बढ़ गई है. सांसद और विधायक ये बात अपनी शान के खिलाफ समझ रहे हैं कि अंदर जाने से पहले उनकी चेकिंग हो रही है या फिर उनसे पूछताछ की जा रही है.
मैनपुरी के एक विधायक बिना पास के ही एंट्री कर गए जबकि पुलिसकर्मी उन्हें रोकता रहा. विधायक की कार को इस पुलिसकर्मी ने रोक दिया और पास दिखाने को कहने लगा. पुलिसवाले ने हाथ जोड़कर मिन्नतें भी की लेकिन विधायक जी हेकड़ी दिखाते हुए चले गए. एक-एक कर ऐसे कई माननीयों ने पुलिसवालो की एक नहीं सुनी. NIA ने यूपी विधानसभा में विस्फोटक मामले की जांच शुरू कर दी है. जांच के लिए NIA की टीम यूपी विधानसभा पहुंच गई है. यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. सुरक्षा में तैनात मार्शल ने लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया है. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायकों के बैठने की जगह पर विस्फोटक रखा गया था. ये विस्फोटक 12 जुलाई को मिला था, जिसे जांच के लिए FSL भेजा गया था. गुरुवार देर शाम इसकी रिपोर्ट आई जिससे पता चला कि ये बेहद खतरनाक विस्फोटक PETN था.
इसका खुलासा विधानसभा में शुक्रवार को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. योगी आदित्यनाथ ने इस आतंकी साजिश करारा दिया और कहा कि कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं, उन्हें बेनकाब किया जाना चाहिए. योगी ने कहा कि घटना की जांच NIA से कराई जानी चाहिए.
क्या है PETN?
PETN दुनिया के पांच सबसे खतरनाक विस्फोटकों में से एक है जो सफेद पाउडर जैसा होता है. इसे मेटल डिटेक्टर या एक्स-रे मशीन से भी नहीं पकड़ सकते. स्निफर डॉग भी उन्हें सूंघकर नहीं पता कर सकते क्योंकि इसमें कोई गंध नहीं होती. यही वजह है कि 12 जुलाई को स्निफर डॉग इसका पता नहीं लगा सके थे. इसे फिजिकली ही पकड़ा जा सकता है.