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क्या डोभाल के दौरे से चीन के साथ जारी संकट सुलझने की कोई उम्मीद है ?

करीब एक महीने से सिक्किम के पास डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं. इस दौरान भारत विवाद सुलझाने की गंभीरता दिखा रहा है और चीन की सरकारी मीडिया जंग का ज़हर उगल रही है. चीनी मीडिया कभी 1962 की जंग याद दिला रही है, तो कभी सिक्किम, तो कभी कश्मीर में दखल देने की धमकी दे रही है.

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  • July 14, 2017 2:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: करीब एक महीने से सिक्किम के पास डोकलाम में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं. इस दौरान भारत विवाद सुलझाने की गंभीरता दिखा रहा है और चीन की सरकारी मीडिया जंग का ज़हर उगल रही है. चीनी मीडिया कभी 1962 की जंग याद दिला रही है, तो कभी सिक्किम, तो कभी कश्मीर में दखल देने की धमकी दे रही है.
 
चीन के साथ तनाव के बीच सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. एनएसए अजित डोभाल भी ब्रिक्स देशों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए 26 जुलाई को चीन जाने वाले हैं. क्या डोभाल के दौरे से चीन के साथ जारी संकट सुलझने की कोई उम्मीद है ? चीनी मीडिया ने भारत के साथ तकरार क्यों बढ़ा दी है, आज इसी मुद्दे पर होगी महाबहस.
 
जून के महीने में चीनी सेना याडोंग से डोकलाम तक सड़क बना रही थी. डोकलाम चूंकि भूटान का हिस्सा है और डोकलाम में चीनी सेना की हरकत से भारत की भी सुरक्षा प्रभावित हो रही थी, इसलिए भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को सड़क बनाने से रोक दिया.
 
इस बात को लगभग एक महीने बीत चुके हैं और तब से आज तक डोकलाम में भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने हैं. भारत इस विवाद को शांति से सुलझाने की कोशिश कर रहा है. विदेश सचिव एस जयशंकर उम्मीद जता चुके हैं कि जब पहले ऐसे विवाद सुलझ गए, तो इस बार कोई वजह नहीं है कि विवाद हद से ज्यादा बढ़े. लेकिन, चीन ये बात सुनने-समझने को तैयार नहीं है. चीनी मीडिया लगातार भारत की संप्रभुता पर चोट कर रही है और जंग की धमकी भी दे रही है.
 
चीन के साथ डोकलाम संकट के बीच मोदी सरकार ने सभी राजनीतिक दलों को भरोसे में लेने की पहल की है. चीन के साथ जारी संकट पर सरकार का पक्ष बताने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर सर्वदलीय बैठक हो रही है, जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी सभी दलों के नेताओं को ब्रीफ करेंगी. 
 
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल 26 जुलाई को चीन दौरे पर जा सकते हैं. चीन में ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक 26 और 27 जुलाई को होनी है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में कहा गया था कि चीन के साथ विवाद सुलझाने के लिए डिप्लोमेटिक चैनल्स उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि चीनी मीडिया के भड़काऊ तेवर के बाद ये सवाल गंभीर हो गया है कि भारत के साथ तकरार क्यों बढ़ा रहा है चीन.
 
(वीडियो में देखें पूरा शो)

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