पटना: रांची सीबीईआई ने चारा घोटाले मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को शनिवार को पेश से छूट दे दी गई है. लालू शुक्रवार को पटना लौट रहे हैं. बताया जा रहा है कि कोर्ट में गवाह नहीं होने की वजह से लालू को पेशी से शनिवार को छूट दी गई है. वहीं लालू के पटना लौटने पर तेजस्वी के इस्तीफे वाली बात पर फैसला संभव माना जा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरजेडी तेजस्वी को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकती है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि तेजस्वी यादव को इस्तीफे के लिए मना लिया गया है और अब आरजेडी सरेंडर के मूड में आ गई है. आरजेडी से मिली जानकारी के मुताबिक लालू प्रसाद के पटना लौटने पर इस बात पर विस्तार से चर्चा की जाएगी.
बता दें कि रेलवे होटल टेंडर घोटाले में फंसे बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के नाम पर बिहार में महागठबंधन की दरार गहरी होती जा रही है. नीतीश कुमार ने तेजस्वी को भ्रष्टाचार के मामले में खुद को पाक साफ साबित करने के लिए अल्टीमेटम दिया है. नीतीश ने पहले ही साफ कर दिया है कि वे लालू और तेजस्वी से क्या चाहते हैं.
आरोपों पर तेजस्वी ने कहा है कि बीजेपी महागठबंधन से डरी हुई है इसलिए हमारे खिलाफ साजिश रच रही है. मैने कुछ भी गलत नहीं किया है. ये हमारे खिलाफ साजिश है और सारे आरोप फर्जी हैं. रेलवे टेंडर घोटाले का जिक्र करते हुए आगे उन्होंने कहा कि ‘ जिस वक्त का ये केस है, उस वक्त मैं बच्चा था.’ उन्होंने कहा कि 13-14 साल में जब मेंरी मूंछें भी नहीं निकली थी क्या उस वक्त मैं भ्रष्टाचार करूंगा? मुझे पिछड़ा होने की सजा दी जा रही है.
सूत्रों से खबर है कि लालू अगर रेलवे होटल टेंडर घोटाले में घिरे तेजस्वी यादव को लेकर फैसला नहीं देते तो सीएम नीतीश मंत्रिमंडल से बाहर कर सकते हैं. जेडीयू ने तेजस्वी पर फैसले के लिए आरजेडी को 4 दिनों का अल्टीमेटम दिया था, वो आज खत्म हो रहा है. तेजस्वी इस्तीफे को तैयार नहीं हैं, जिसके बाद नीतीश फैसले की तैयारी में हैं.
जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने साफ कर दिया है कि हमारी पार्टी कोई समझौता नहीं करेगी. सिद्धातों से समझौता करने की जगह 5 मिनट में सत्ता छोड़ देंगे. अजय आलोक ने कहा कि तेजस्वी यादव पर FIR हुई है तो उन्हें बिंदुवार स्पष्टीकरण देना होगा. अगर वो सफाई नहीं देते तो नीतीश कुमार को फैसला लेना होगा.
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें, बहुमत के लिए 122 की ज़रूरत
महागठबंधन का गणितः आरजेडी- 80, जेडीयू-71, कांग्रेस- 27 (कुल- 178)
एनडीए का संख्या बलः बीजेपी- 53, एलजेपी, 2, आरएलएसपी-2, हम- 1 (कुल- 58)
बीजेपी और जेडीयू मिल जाएं तो 71+53 (124), बहुमत के लिए सीटें पूरी हैं.