नई दिल्ली: पूर्व नेवी अफसर कुलभूषण जाधव की मां को पाकिस्तान अपने यहां आने का वीजा दे सकता है. कुलभूषण को जासूसी के झूठे केस में पाक ने फांसी की सजा सुनाई है. जाधव की मां ने वीजा के लिए आवेदन किया था जिस पर पाक ने चुप्पी साध रखी थी. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसके लिए पाक पीएम के सलाहकार की खिंचाई भी की थी.
पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने कहा कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव की मां को वीजा जारी करने के भारत के आग्रह पर विचार कर रहा है. साथ ही अफसोस जाहिर करते हुए कि भारत में इलाज करवाने के लिए जाने वालों को वीजा देने में भारत सख्त पाबंदी लगा रहै है. भारत ने पाकिस्तान से जाधव की मां अवंतिका जाधव को उनके बेटे से मुलाकात करने के लिए वीजा के लिए कहा था.
जकरिया का बयान उस वक्त आया है जब भारत की विदेश मंत्री ने सरतात अजीज की खिंचाई की थी. सुषमा स्वराज ने कहा था कि उन्होंने कुलभूषण जाधव की मां अवंतिका जाधव के वीजा के लिए सरताज अजीज को व्यक्तिगत तौर पर चिट्ठी लिखी थी लेकिन उनके लेटर पर अजीज ने कोई जवाब नहीं दिया.
सुषमा ने जाधव की मां के मुद्दे को उठाते हुए कहा, ‘वीजा को लेकर हमारा भी एक आवेदन सरताज के पास पड़ा हुआ है. पूर्व इंडियन नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव की मां अवंतिका जाधव अपने बेटे से पाकिस्तान जाकर मिलना चाहती हैं, लेकिन उनक आवेदन भी अभी तक वीजा नहीं मिला है. मैंने खुद व्यक्तिगत तौर पर अजीज को लेटर लिखा था इस मामले में, लेकिन अजीज ने इतना शिष्टाचार भी नहीं दिखाया कि मेरे पत्र का जवाब दे सकें, लेकिन मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि जैसे ही अजीज पाकिस्तानी मरीजों के वीजा के लिए अनुमति देते हैं हम तुरंत ही वीजा दे देंगे.’
उन्होंने कहा, ‘मेरी संवेदनाएं उन सभी पाकिस्तानी मरीजों के साथ हैं जो इलाज के लिए भारत आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें वीजा नहीं मिल रहा है. मुझे पूरा विश्वास है कि अपने देश के लोगों के लिए तो कम से कम अजीज कुछ करेंगे ही. फिलहाल अभी वीजा के लिए केवल अजीज की अनुमति की जरूरत है. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि अपने ही देश के लोगों को वीजा के लिए अनुमति देने में अजीज को क्या परेशानी हो रही है.’
पाकिस्तान की एक सैन्य कोर्ट ने पिछले महीने जाधव को कथित तौर पर जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. पाकिस्तान ने भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर जाधव की गिरफ्तारी 29 मार्च 2016 को दिखाई थी और दावा किया था कि जाधव बलूचिस्तान और कराची में आतंकवाद फैलाने का काम कर रहे थे. भारत का कहना है कि जाधव को अगवा किया गया है.