नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद पूरा देश आतंक के खिलाफ एकजुट है. जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों तक ने अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले की निंदा की है. सरकार और सेना आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के लिए चिंतन-मंथन में जुटी है, लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को इसमें भी राजनीति सूझ रही है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री मोदी के राजनीतिक फायदे की कीमत बेगुनाह हिंदुस्तानी चुका रहे हैं और कश्मीर में आतंकियों को पैर फैलाने की जगह मिल गई है. आखिर आतंकवाद को राजनीतिक मुद्दा क्यों बना रहे हैं राहुल गांधी ? क्या प्रधानमंत्री मोदी पर ऐसे सवाल उठाना और आरोप लगाना ठीक है, आज इन्हीं सवालों पर होगी महाबहस.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर या तो गलत समय पर छुट्टियां मनाने के लिए चर्चा में रहते हैं या फिर सही समय पर गलत बयान देने और ट्वीट करने के लिए. राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार का चयन करना था, तब राहुल छुट्टी पर चले गए थे और अब अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के खिलाफ पूरा देश एकजुट है, तब राहुल गांधी सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल उठाकर बवाल मचा रहे हैं.
राहुल गांधी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से 10 जुलाई के बाद जितने भी ट्वीट किए गए हैं, वो सब अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले से ही जुड़े हैं. राहुल गांधी ने 10 जुलाई को आतंकी हमले में मारे गए श्रद्धालुओं के घरवालों से हमदर्दी जताई. आतंकवादियों को कायर बताकर ललकारा और उसके बाद प्रधानमंत्री पर हल्ला बोल दिया.
राहुल गांधी ने आज तीन ट्वीट किए, जिनमें उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि मोदी के राजनीतिक फायदे की कीमत पूरा देश चुका है. राहुल गांधी का पहला ट्वीट था कि मोदी की नीतियों ने कश्मीर में आतंकवादियों को पैर पसारने की जगह दे दी है. ये भारत को बड़ा रणनीतिक झटका है. राहुल ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि पीडीपी के साथ अलायंस करके मोदी को शॉर्ट टर्म पॉलिटिकल गेन मिला, जो भारत को बहुत महंगा पड़ा है. तीसरे ट्वीट में उन्होंने गणित समझाया कि मोदी का निजी फायदा बराबर भारत का रणनीतिक नुकसान और निर्दोष भारतीयों के खून की बलि.
राहुल गांधी ने अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के लिए जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और बीजेपी की गठबंधन की सरकार को जिम्मेदार बताया है. इसमें कोई नई बात नहीं है, क्योंकि कांग्रेस बार-बार कहती रही है कि ये बेमेल गठबंधन की सरकार है लेकिन, अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले के नाम पर उन्होंने भारत की रणनीति और कश्मीर में सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
इससे पहले उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री सैनिकों के खून की दलाली कर रहे हैं. अब सवाल ये है कि बार-बार आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीति का मुद्दा क्यों बना रहे हैं राहुल गांधी ?
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