पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और मंत्री तेजप्रताप यादव के सुरक्षाकर्मियों ने पटना में मीडियाकर्मियों की पिटाई कर दी. घोटालों पर सवाल पूछ रहे पत्रकारों पर गार्ड्स ने हमला कर दिया. पत्रकार तेजस्वी से सवाल पूछ रहे थे लेकिन उनके सुरक्षाकर्मी मीडिया को रोकने लगे. इसी दौरान सुरक्षाकर्मियों ने कुछ पत्रकारों को पकड़ लिया और उनसे हाथापाई करने लगे.
तेजस्वी से मीडिया का सवाल पूछना उनके सुरक्षाकर्मियों को इस कदर नागवार गुजरा कि उन्होंने पत्रकारों का कॉलर पकड़कर घसीटा और फिर गाड़ी के बोनट पर पटक दिया. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे के गार्ड्स की करतूत कैमरे में कैद हो गई है. सुरक्षाकर्मी पत्रकारों पर हमला कर रहे थे लेकिन वहां खड़ी पुलिस और खुद तेजस्वी तमाशबीन बने रहे.
मारपीट की घटना से पहले तेजस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट की मीटिंग में शामिल हुए थे. जब तेजस्वी मीटिंग से निकले तो पत्रकारों ने सवाल पूछे, जिसके बाद गार्ड्स ने पत्रकारों के साथ मारपीट कर दी. इस घटना में कई पत्रकारों को चोट भी लगी है. बता दें कि इससे पहले लालू ने पत्रकारों के साथ धक्का-मुक्की की खबर आई थी.
टेंडर घोटाले में घिरे तेजस्वी यादव और आरजेडी ने साफ कर दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मुझ पर कोई भी उंगली नहीं उठा सकता. तेजस्वी ने सीएम नीतीश कुमार को संदेश दे दिया है कि वो इस्तीफा देने वाले नहीं हैं. दरअसल, कल नीतीश ने अल्टीमेटम दिया था कि 4 दिनों में तेजस्वी पर लालू फैसला लें.
कैबिनेट बैठक के बाद तेजस्वी ने कहा कि हमारी छवि साफ रही है. भ्रष्टाचार पर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है. हमें पिछड़े परिवार के होने की वजह से सजा दी जा रही है. तेजस्वी ने कहा कि ये मामला 2004 का है. तब मेरी उम्र 13-14 साल की थी. मेरी मूंछें भी नहीं आई थी. हम तो तब बच्चा था, कोई पद नहीं था तो घोटाला कैसे करते ?
क्या है मामला ?
लालू प्रसाद यादव पर रेल मंत्री रहते हुए निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा है. सीबीआई को लगता है कि 2006 में लालू ने रेलवे होटल की चेन बीएनआर होटल ग्रुप का टेंडर नियमों की अनदेखी कर निजी कंपनियों को दिए थे. इसके बदले में उन्हें जमीन दी गई थी और उसी जमीन पर पटना में लालू ने मॉल का निर्माण किया.
होटले ठेके में घोटाले के अलावा लालू और उनका परिवार बेनामी संपत्ति के मामले में भी घिरा हुआ है. बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया था कि पटना के एक अपार्टमेंट में राबड़ी के 12 फ्लैट हैं.