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CM महबूबा ने अमरनाथ आतंकी हमले को कश्मीरियों और मुसलमानों के नाम पर धब्बा बताया

जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि हमले से कश्मीर का सिर शर्म से झुक गया है. साथ ही इस हमले को कश्मीरियों, मुसलमानों के नाम पर धब्बा बताया. उन्होंने कहा कि दोषी को सख्त से सख्त सजा देंगे.

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  • July 10, 2017 7:28 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
अनंतनाग: जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि हमले से कश्मीर का सिर शर्म से झुक गया है. साथ ही इस हमले को कश्मीरियों, मुसलमानों के नाम पर धब्बा बताया. उन्होंने कहा कि दोषी को सख्त से सख्त सजा देंगे. सीएम ने कहा कि अमरनाथ यात्रा जारी रहेगी, हम सुरक्षा गारंटी देते हैं.
 
 
पीड़ितों से मिलने के बाद महबूबा ने कहा कि हमारे सुरक्षा बल जब तक हमले के दोषियों को सजा नहीं देंगे तब वह लोग चैन से नहीं बैठेंगे. यह हमला हमारी जड़ों पर हुआ है. यात्रियों पर इस तरह हमला करना कायरता पूर्ण है. मेरे पास संवेदना जताने के लिए शब्द नहीं हैं. महबूबा मुफ्ती की राज्य सरकार में वरिष्ठ मंत्री नईम अख्तर ने इस आतंकवादी हमले को ‘कश्मीर के इतिहास में काला धब्बा’ करार दिया है.

 
वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने कहा है कि इस हमले की जितनी भी निंदा की जाए कम है, पीड़ित परिवारों के प्रति मेरे सहानुभूति है और घायलों के लिए मैं दुआ करता हूं.

 
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है. आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों के बस पर अंधाधुंध फायरिंग की है. जिसमें 7 अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई है. जिसमें 6 महिला और 1 पुरुष शामिल है. आतंकी हमले में 15 से ज्यादा लोग जख्मी हैं. हमले के बाद सुरक्षा बढ़ाई दी गई है. साथ ही ये साफ कर दिया गया है कि अमरनाथ यात्रा जारी रहेगी. सूत्रों के मुताबिक हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया जा रहा है.
 
 
आतंकी हमले के बाद श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर यातायात बंद है. बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा पर हमले के आगाह किया था. घाटी में पिछले साल हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से ही हालात खराब चल रहे हैं. इस साल बुरहान की पहली बरसी भी पड़ी थी. मिली खुफिया रिपोर्ट्स के बाद अमरनाथ यात्रा की खास सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे. सेना, सीआपीएफ और पुलिस के करीब 40 हजार जवानों को यात्रा की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था.

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