अमरनाथ आतंकी हमले पर बोले PM मोदी- कायरतापूर्ण हमले से नहीं झुकेगा भारत

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों पर हमला कर दिया है. इन हमले में 7 यात्रियों की मरने की और तीन पुलिस वाले समते 15 लोगों के घायल होने की खबर आ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरनाथ यात्रा पर हुए हमले की निंदा की और जम्मू-कश्मीर के सीएम और राज्यपाल से बात की है.

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अमरनाथ आतंकी हमले पर बोले PM मोदी- कायरतापूर्ण हमले से नहीं झुकेगा भारत

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  • July 10, 2017 5:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
अनंतनाग: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों पर हमला कर दिया है. इन हमले में 7 यात्रियों की मरने की और तीन पुलिस वाले समते 15 लोगों के घायल होने की खबर आ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरनाथ यात्रा पर हुए हमले की निंदा की और जम्मू-कश्मीर के सीएम और राज्यपाल से बात की है.
 
 
पीएम मोदी ने कहा है कि ऐसी कायरतापूर्ण हरकत से भारत नहीं झुकेगा. शांतिपूर्वक अमरनाथ यात्रा पर निकले यात्रियों पर हमले की खबर से इतना आहत हुआ हूं कि कहने को शब्द नहीं है. इस हमले की हर तरफ से, हर वर्ग से निंदा की जानी चाहिए. मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना है.

 
राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हमले की जानकारी दे दी है. सूत्रों के मुताबिक हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने 8 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं से भरी बस पर फायरिंग कर दी. श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करके लौट रहे थे. जिसमें 7 यात्रियों की मौत हो गई है. बस ना तो अमरनाथ काफिले का हिस्सा थी और न ही श्राइन बोर्ड में रजिस्टर्ड थी. हालांकि हमले के बाद 90 और 40 बटालियन को रवाना कर दिया है.
 
 
आतंकी हमले के बाद श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर यातायात बंद है. बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा पर हमले के आगाह किया था. घाटी में पिछले साल हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से ही हालात खराब चल रहे हैं. इस साल बुरहान की पहली बरसी भी पड़ी थी. मिली खुफिया रिपोर्ट्स के बाद अमरनाथ यात्रा की खास सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे. सेना, सीआपीएफ और पुलिस के करीब 40 हजार जवानों को यात्रा की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था.
 
 
बता दें कि पहली बार अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सेना की 5 बटालियनों को तैनात किया गया था. इससे पहले सेना की केवल दो बटालियनों को तैनात किया जाता था. इस बार जिन पांच बटालियनों को तैनात किया गया उनमें से एक उत्तर और एक दक्षिण हिस्से में तैनात थी. जबकि तीन बटालियनों को जवाहर सुरंग से लेकर उस रास्ते की तरफ तैनात किया गया.

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