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सुशासन बाबू आपके राज में एक क्रिकेटर की हत्या भी हो गई और किसी को खबर तक न लगी

बिहार के सुशासन बाबू नीतीश कुमार के राज में कानून-व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में है. पूर्वी चंपारण जिले में एक उभरते क्रिकेटर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. मृतक के परिवार के मुताबिक मुजरिम खुलेआम घूम रहे हैं और अब उन्हें भी जाने से मारने की धमकी दे रहे हैं

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  • July 10, 2017 11:32 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
पटना: बिहार के सुशासन बाबू नीतीश कुमार के राज में कानून-व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में है. पूर्वी चंपारण जिले में एक उभरते क्रिकेटर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. मृतक के परिवार के मुताबिक मुजरिम खुलेआम घूम रहे हैं और अब उन्हें भी जाने से मारने की धमकी दे रहे हैं लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
 
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के उभरते क्रिकेटर जाहिद इकबाल की बीती 1 जुलाई की रात बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई. जाहिद ने बड़े-बड़े सपने देखे थे. उसकी तमन्ना तेंदुलकर और धोनी की तरह मशहूर बनने की थी लेकिन उसके सपनों की राह में उसका इश्क आड़े आ गया और उसका खून कर दिया गया.
 
 
आरोप है कि कथित प्रेम प्रसंग के चलते जाहिद का मर्डर कर दिया गया. जाहिद के घरवालों का आरोप है कि कातिल खुलेआम घूम रहे हैं, उन्हें डरा-धमका रहे हैं. उन्हें भी जाहिद की तरह जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
 
मुजरिमों की गिरफ्तारी में देरी से मृतक के परिवार और गांव वाले बेहद गुस्से में हैं. वारदात के अगले दिन पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सड़क पर आगजनी की. जाम किया तो पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सभी मुजरिमों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया. जो सिर्फ एक गिरफ्तारी के साथ महज खानापूर्ति साबित हुई.
 
 
डीएसपी एम. प्रसान ने कहा है कि सभी आरोपियों के खिलाफ यथाशीघ्र कार्रवाई होगी और 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी होगी. बता दें कि क्रिकेटर जाहिद का मर्डर पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया थाने के बैरिया गांव में किया गया, जब वो एक जुलाई की रात को एक फंक्शन अटेंड कर बाइक से अपने घर आलेपुर गांव लौट रहा था.
 
आरोप है कि श्रीनारायण यादव के पेट्रोल पंप के करीब पंप के कर्मचारियों ने जाहिद की हत्या कर दी. इंसाफ में देरी से जाहिद के दोस्तों और रिश्तेदारों का सब्र जवाब दे रहा है. ऐसे में अब वो गांधीगीरी पर उतर आए हैं. लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारे लिखी तख्तियों के साथ कैंडल मार्च भी निकाला लेकिन आरोपों के मुताबिक तमाम आरोपी पुलिस के करीब होकर भी गिरफ्तारी से कोसों दूर हैं.

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