मुंबई: चारा घोटाले में सजायाफ्ता और सत्ता से छह साल का वनवास झेल रहे लालू यादव इन दिनों फिर से घपले-घोटालों को लेकर सुर्खियों में हैं. लेकिन इस बार वो अकेले चर्चा में नहीं हैं, बल्कि उनका पूरा कुनबा भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते कठघरे में है.
बेशुमार बेनामी दौलत, रेलवे ठेकों में गड़बड़झाला और करोड़ों के गिफ्ट को लेकर आरोपों में घिरे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के घर पर सीबीआई के छापे के 24 घंटे के भीतर दूसरा छापा पड़ा. इस बार ईडी ने लालू की बेटी मीसा और दामाद शैलेष के ठिकानों पर दिल्ली में छापेमारी की.
घपले, घोटाले और गड़बड़झाले के अंतहीन आरोपों के सिलसिले में लालू परिवार पर शिकंजे की ये ताजा तस्वीरें हैं. घिटोरनी, सैनिक फार्म और बिजवासन. दिल्ली के तीन पॉश इलाके और इन तीनों इलाकों में लालू यादव की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की.
बिहार में लालू की सियासत के वारिस तेजस्वी और तेज प्रताप का करियर कैसे आगाज के साथ ही भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों तले डूबने की कगार पर आ गया है. वो आगे दिखाएंगे. लेकिन अभी केंद्र में राज्यसभा सांसद के तौर पर लालू परिवार की नुमाइंदगी कर रहीं बेटी मीसा भारती पर लगे आरोपों को समझिए.
लालू की बेटी मीसा और उनके पति शैलेष पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ही ईडी ने छापेमारी की है. दरअसल, 8 हजार करोड़ की ब्लैकमनी को व्हाइट कराने के मामले की जांच चल रही है, जिसमें कई लोगों पर शेल कंपनियों के जरिए कालेधन को सफेद करने के आरोप हैं.
मीसा और शैलेष की कंपनी है मिशेल पैकर्स और प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड. आरोपों के मुताबिक इसी कंपनी में चार शेल कंपनियों के जरिए पैसा आया था और इसी पैसे से दिल्ली में फार्म हाउस खरीदा गया. ईडी इस मामले में शेल कंपनी के मालिक जैन बंधुओं और शैलेष के सीए राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार भी कर चुकी है.
एक दिन पहले लालू यादव से जुड़े दर्जन भर ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी और अब लालू की बेटी-दामाद से जुड़े तीन ठिकानों पर ईडी की रेड से आरजेडी तिलमिला उठा है. तो बीजेपी और हमलावर हो गई है.