नई दिल्ली : अगले साल गणतंत्र दिवस परेड और समारोह के लिए भारत सभी 10 आसियान राष्ट्र प्रमुखों को आमंत्रित करेगा. इसे भारत की चीन को घेरने की ‘एक्ट ईस्ट’ पॉलिसी का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है. आसियान के सदस्य है ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम.
अगर ऐसा हुआ तो ये पहली बार होगा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर एक साथ इतने सारे नेता मुख्य अतिथि के तौर पर परेड समारोह के मेहमान होंगे. बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर होने वाला परेड भारत की सैन्य क्षमता को दर्शाता है.
2014 में सत्ता में आने के बाद बीजेपी शासित केंद्र सरकार ने लुक ईस्ट नीति को एक्ट ईस्ट नीति में बदल दिया है. एनडीए सरकार का जोर है कि भारत की नीति ज्यादा गतिशील होनी चाहिए और न केवल आसियान बल्कि पूरे एशिया-प्रशांत को लेकर होनी चाहिए.
बता दें कि भारत और आसियान देशों ने 2012 में अपने संबंधों को बढ़ाते हुए इसे रणनीतिक साझेदारी का रूप दिया था. बीजेपी शासित केंद्र सरकार ने इसे साझेदारी को और आगे बढ़ाते हुए डिफेंस और सुरक्षा के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की पहल की थी. इस मुद्दे पर भारत को वियतनाम का भरपूर सहयोग मिला है.