नई दिल्ली: दुनिया भर में लोगों की सर दर्द बन चुका कोरोना वायरस एक बार फिर राजधानी दिल्ली में अपने पांव पसारने लगा है। दिल्लीवासियों की टेंशन एक बार फिर कोरोना वायरस ने बढ़ा दी है। बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना वायरस के 461 नए केस सामने आए हैं, जो 20 फरवरी के […]
नई दिल्ली: दुनिया भर में लोगों की सर दर्द बन चुका कोरोना वायरस एक बार फिर राजधानी दिल्ली में अपने पांव पसारने लगा है। दिल्लीवासियों की टेंशन एक बार फिर कोरोना वायरस ने बढ़ा दी है। बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना वायरस के 461 नए केस सामने आए हैं, जो 20 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा है। हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 20 फरवरी को राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस के 570 केस दर्ज किए गए थे जिसके बाद 16 अप्रैल को कोरोना वायरस के सबसे ज़्यादा मामले सामने आए है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्पीड दोगुनी हो गई है और कोरोनावायरस का संक्रमण दर 5.33 प्रतिशत पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 31 जनवरी के बाद कोरोना का संक्रमण दर सबसे ज्यादा कल दर्ज किया गया है। 31 जनवरी को यह 6.20 प्रतिशत था.
कल आए मामलों के बाद राजधानी दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1262 हो गई है, जो 5 मार्च के बाद सबसे ज्यादा बताई जा रही है। हेल्थ बुलेटिन की रिपोर्ट के अनुसार 5 मार्च को कोरोनावायरस के 1350 एक्टिव केस दर्ज किया गए थे । राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रही कोरोना की स्पीड को देखते हुए 20 अप्रैल को डीडीएमए की अहम बैठक होनी है जिसमें कोरोना पाबंदियों पर चिंतन किया जा सकता है और पाबंदियों को एक बार फिर बहाल करने पर सहमति बन सकती है.