पटना : आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के 12 ठिकानों पर छापेमारी को लेकर सीबीआई ने कहा है कि रेल मंत्री के तौर पर लालू ने निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर में धांधली की थी. सीबीआई ने आज लालू के 12 ठिकानों पर छापा मारने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. जिसमें ये बात कही गई.
सीबीआई ने बताया कि साल 2006 में लालू प्रसाद यादव ने बतौर रेल मंत्री रेलवे के होटल के आवंटन में धांधली की थी. सीबीआई ने कहा कि इस मामले में प्राथमिकी जांच में पाया गया कि निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर में गड़बड़ी की गई थी.
इसके अलावा यह भी कहा गया है कि होटल की लीज के बदले में निजी कंपनियों से लालू के परिवार को पटना में जमीन दी गई थी. जिस पर लालू ने मॉल का निर्माण करवाया है. सीबीआई ने कहा कि इस मामले में 5 जुलाई को लालू और उनके परिवार समेत आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
साथ ही यह भी आरोप लगाया गया है कि जमीन के लिए होटल के लीज की शर्तों पर ढील दी गई थी. सीबीआई ने बताया कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव, राबडी़ देवी, तेजस्वी यादव, यादव विश्वासपात्र प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सुजाता, आईआरसीटीसी के तत्कालीन एमडी पी के गोयल और निजी कंपनियों के डायरेक्टर को मिलाकर कुल आठ लोगों के खिलाफ 420, 120B, 13-1B के तहत मामला दर्ज किया गया है.
रेल मंत्री के तौर पर लालू ने बीएनआर रांची के होटल जो कि रेलवे के हेरिटेज थे, उन्हें डिलाइट कंपनी की मालकिन प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सुजाता गुप्ता को 60 साल के लिए लीज पर दे दिया था. अब इस होटल का नाम बीएनआर चाणक्य हो गया है और अब ये एक प्राइवेट होटल है, इसे पूरी तरह से रेनोवेट कर दिया गया है.
बता दें कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) ने आज सुबह लालू प्रसाद यादव के 12 ठिकानों पर छापेमारी की है. लालू के दिल्ली, पटना में चाणक्य होटल, रांची, गुड़गांव और पुरी के ठिकानों पर सीबीआई तलाशी कर रही है.