भोपाल: मध्यप्रदेश के मंदसौर गोलीकांड में पांच किसानों की मौत के एक महीने पूरे होने पर माहौल फिर गर्म है. मारे गिए किसानों की याद में किसान संदेश यात्रा निकाली जा रही है. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले निकाली जा रही ये किसान संदेश यात्रा उन गांवों से गुजरेगी, जहां के किसानों की फायरिंग में मौत हुई थी.
इस यात्रा के जरिए गोलीकांड के दोषी अफसरों पर हत्या का केस दर्ज करने, मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देने और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की गई. समाजसेवी मेधा पाटकर और स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेन्द्र यादव भी किसान संदेश यात्रा में शामिल होने पहुंचे. इन नेताओं ने गोलीकांड में घायल किसानों से मुलाकात भी की.
योगेन्द्र यादव पिपल्या मंडी में किसानों की संदेश यात्रा में शामिल होने जा रहे थे लेकिन उन्हें पुलिस ने पहले ही रोक दिया. इससे नाराज योगेन्द्र और कई दूसरे नेताओं ने गिरफ्तारी दी. साथ ही पुलिस ने इस यात्रा को गुड़ढेली गांव में रोककर प्रमुख किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया.
माकपा के राज्य सचिव बादल सरोज ने बताया कि यह यात्रा बूढ़ा गांव से शुरू हुई, जिसमें भारतीय किसान समन्वय समिति के संयोजक वी.एम सिंह, स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर, सांसद राजू शेट्टी समेत अनेक नेताओं को पुलिस ने गुड़ढेली गांव में रोका और उसके बाद गिरफ्तार कर लिया.
सरोज ने बताया कि ये लोग पिपलिया मंडी जा रहे हैं, जहां पुलिस की गोलीबारी में 6 जून को 6 किसान मारे गए थे. उन्होंने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार नेताओं और कार्यकर्ताओं को दलोदा स्थित कृषि उपज मंडी में रखा है, जहां सभा की गई. यात्रा मध्य प्रदेश से शुरू होकर महाराष्ट्र से गुजरात होते हुए 18 जुलाई को दिल्ली पहुंचेगी, जहां मंदसौर में पुलिस कार्रवाई में मारे गए छह किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी.