कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी और सीएम ममता बनर्जी में तनातनी बरकरार है. उत्तरी 24 परगना जिले में हुई हिंसा पर गवर्नर ने सीएम को फटकार लगाई है. राज्यपाल त्रिपाठी ने सीएम बनर्जी को लताड़ते हुए कहा है कि वह ‘किसी भी जाति, पंथ या समुदाय में भेदभाव किए बिना शांति बनाए रखने’ के लिए बाध्य हैं.
ममता सरकार में मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को ‘तोता’ बताया और कहा कि वो अपनी पार्टी के इशारे पर सीएम को नीचा दिखाने के लिए काम कर रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण भी है कि राज्य में राजभवन को आरएसएस शाखा के रूप में बदल दिया गया है. जहां लगभग सभी बिस्तरों और तौलियों पर बीजेपी का लोगो दिखता है.
24 परगना जिले के बशीरहाट और आस-पास के इलाकों में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद तनाव अभी बरकरार है. अर्द्धसैनिक बलों के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं. वहीं प्रशासन ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है. हालांकि कोई बड़ी हिंसक वारदात नहीं हो पाई है, लेकिन इलाके में पूरी तरह शांति भी स्थापित नहीं हुई है. सड़कों पर बम भी फेंके जा रहे हैं, और आगज़नी की वारदात भी जारी हैं.
दरअसल, कुछ दिन पहले फेसबुक पर मुस्लिमों के खिलाफ एक पोस्ट के बाद बशीरहाट और आसपास के इलाकों में हिंसा फैल गई थी. हालांकि पुलिस हिरासत में ले लिए गए किशोर ने विवादित पोस्ट डालने से इनकार किया है. उसका कहना है कि उसका फोन चोरी हो गया था.
भीड़ ने समुदाय और ट्रेन की पटरियों को रोक दिया और वाहनों में आग लगा दी. इसी हिंसा के बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच तनाव जारी है. पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेताओँ ने केंद्र से दखल देने की मांग की है. बीजेपी नेताओं का आरोप है कि ममता सरकार हिंसा को रोकने में नाकाम रही है, ऐसे में केंद्र इस मामले में हस्तक्षे करे.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच जारी तनाव को देखते हुए दखल दी. उन्होंने ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी दोनों से बात करके दोनों से अपने पद की मर्यादा बनाए रखने की अपील की. उनकी सलाह को ममता और उनकी पार्टी टीएमसी ने दरकिनार कर कहा कि वह राजभवन को बीजेपी के दफ्तर में तब्दील नहीं होने दे सकते.