नई दिल्ली: ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में ईवीएम से निकलने वाली पर्चियों की भी गिनती की जाएगी.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग हर विधानसभा क्षेत्र में अधिकतम 14 और कम से कम 5 मतदान केंद्रों पर ईवीएम से वोटिंग के बाद निकली मतदाता पर्चियों की गिनती करेगा. इन मतदाता केंद्रों का चयन आखिरी मौके पर किया जाएगा. साथ ही इस मतदान केंद्रों के बारे में फैसला रिटर्निंग ऑफिसर लेंगे.
माना जा रहा है कि अगर ये व्यवस्था लागू होती है तो चुनाव परिणाम आने में कम से कम तीन घंटों की देरी हो सकती है लेकिन इससे साफ हो जाएगा कि ईवीएम में डाले गए वोट और मतदाता पर्चियों की संख्या में कोई अंतर है या नहीं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने चुनाव आयोग को बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा, ईवीएम में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए ये बड़ा कदम है.