श्रीनगर: अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक की सुरक्षा घटा दी गई है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने उनकी सुरक्षा में लगे एक डीएसपी और 16 के बदले 8 जवान तैनात होंगे. मीरवाइज की सुरक्षा ऐसे समय हटाइ गई है जब उन पर मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या में शामिल होने का आरोप लगा है.
मीरवाइज ने सुरक्षा हटाए जाने की पुष्टि करते हुए कहा की ये तो सरकार की मर्जी है कि वह सुरक्षा कब दे, कब वापस ले. मीरवाइज ने बताया साल 1990 में जब मेरे पिता की साजिश के तहत हत्या की गई. उसके बाद सुरक्षा दी गई थी. उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई थी. बता दें कि मीरवाइज के पिता की हत्या 1990 में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने कर दी थी.
सूत्रों से खबर है कि अलगाववादी नेता मीरवाइज के करीबी शाहिद उल इस्लाम का आतंकी सैयद सलाउद्दीन से कनेक्शन सामने आया है. शाहिद की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वो सलाउद्दीन के साथ दिख रहा है. मीरवाइज का करीबी शाहिद उल इस्लाम पर काफी दिनों से NIA की रडार पर है. NIA पूछताछ भी कर चुकी है. अब हिजबुल सरगना सैयद सलाउद्दीन के साथ उसकी तस्वीर सामने आने पर शिकंजा और कस सकता है.
बताया जा रहा है कि शाहिद खुद एक मिलिटेंट कमांडर रह चुका है. इतना ही नहीं, वह हिजबुल्लाह मिलिटेंट समूह का डिप्टी चीफ रह चुका है. माना जा रहा है कि ये तस्वीर काफी पुरानी है. हालांकि, एजेंसी ने ये तस्वीर प्रस्तुत की है और इससे साफ पचा चलता है कि शाहिद के सैयद सलाहुद्दीन के साथ काफी पहले से रिश्ते रहे हैं. बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे के वक्त अमेरिका ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था.