पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के 21वीं स्थापना दिवस समारोह में बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर जमकर हमला बोला. तेजस्वी ने कहा कि कुछ लोग खबरों में बने रहने के लिए हम पर आरोप लगाते हैं लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.
तेजस्वी ने सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अफवाह मियां, जो मुख्यमंत्री नहीं बन पाए उन्हें महागठबंधन नहीं पच रहा है इसलिए वो इसे तोड़ना चाहते हैं लेकिन महागठबंधन एक है. तेजस्वी ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह सच्चे हिंदू धर्मी हैं तो मंदिर में चलकर सबूत और कागजात के साथ कहें कि वो 13 एकड़ जमीन लालू परिवार की है, बीजेपी सांसद की नहीं.
ट्विटर पर ताबड़तोड़ कई पोस्ट शेयर करते हुए तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि सुशील मोदी बेरोजगार हैं, इसलिए झूठ और अफवाह का ठेका उठाए हुए हैं. इनकी बातों में कोई सत्यता नहीं होती इसलिए इनकी पीसी में कोई वरिष्ठ बीजेपी नेता भी नहीं आता.
तेजस्वी ने कहा कि कोई आपको उपहार दे और आप लेना ना चाहे तथा वह उपहार लौटा दें. फिर भी 24 साल बाद सुशील मोदी जैसे लोग झूठ की उल्टियां करने से बाज नहीं आते हैं. इस Cancellation deed से साफ है कि उपहार स्वरूप जमीन 1993 में ही वापस कर दी गई. समर्थित मीडिया को सच से क्या लेना-देना जब झूठ बिक रहा हो?
दरअसल सुशील मोदी ने चार जुलाई को आरोप लगाते हुए कहा था कि मौजूदा बीजेपी सांसद रमा देवी ने साल 1992 में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव को मुजफ्फरपुर के किशनगंज मौजा में स्थित दो भूखंड उपहार में दिए थे. इनमें से एक भूखंड का रकबा 9 एकड़ 24 डिसमिल और दूसरे भूखंड का रकबा 3 एकड़ 88 डिसमिल था.